कांग्रेस नेता राहुल कोरोना संकट के साथ ही बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था की बदहाल होती स्थिति पर पीएम मोदी के खिलाफ लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। राहुल गांधी ने अब सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण पर पीएम मोदी पर निशाना साधा है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि आज देश मोदी सरकार-निर्मित कई आपदाएं झेल रहा है जिनमें से एक है अनावश्यक निजीकरण। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि आज युवा नौकरी चाहते हैं पर मोदी सरकार PSUs का निजीकरण करके रोजगार व जमा पूंजी नष्ट कर रही है। कांग्रेस नेता ने सवाल उठाया कि इसके किसका फायदा होने जा रहा है? राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए लिखा कि बस चंद ‘मित्रों’ का विकास, जो हैं मोदी जी के ख़ास।
राहुल गांधी ने मोदी सरकार से निजीकरण बंद करने के साथ ही सरकारी नौकरियों को बचाने की बात कही। इससे पहले कांग्रेस नेता ने कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी और जीडीपी विकास दर में भारी गिरावट को लेकर सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मौजूदा समय में देश हर गलत दौड़ में आगे है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ मोदी सरकार देश को संकट में पहुंचाकर समाधान ढूंढने के बजाय शुतुरमुर्ग बन जाती है। हर गलत दौड़ में देश आगे है- कोरोना संक्रमण के आंकड़े हो या जीडीपी में गिरावट। मालूम हो कि पिछले कुछ समय से मोदी सरकार ने सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण के प्रक्रिया को तेज कर दिया है।
निजीकरण के लिहाज से केंद्र सरकार ने स्ट्रेटेजिक और नॉन-स्ट्रेटेजिक सेक्टर्स तय किए हैं। इसके तहत बैंकिंग सेक्टर में भी निजीकरण का खाका तैयार है। नीति आयोग ने बैंकों के निजीकरण का ब्लूप्रिंट भी तैयार कर लिया है। आयोग ने केंद्र सरकार को 4 सरकारी बैंकों पर ही अपना नियंत्रण रखने का सुझाव दिया है।
वहीं, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी कह चुके हैं कि सरकार को एयरपोर्ट और एयरलाइंस नहीं चलानी चाहिए। इसके साथ ही वह सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के इसी साल निजीकरण की उम्मीद भी जता चुके हैं।