Caste Census: जाति जनगणना (Caste Census) का मुद्दा लगातार चर्चा में बना हुआ है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) अक्सर अपनी रैलियों में जाति जनगणना का मुद्दा उठाते रहते हैं। बिहार में जब कांग्रेस की गठबंधन सरकार थी तो वहां जाति जनगणना कराई भी जा चुकी है। राहुल गांधी ने आज अपनी भारत जोड़ो यात्रा और जाति गणना के मुद्दे पर बात की है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान हमने सामाजिक न्याय के बारे में बात की और इसका अगला क्रांतिकारी कदम जाति जनगणना, आर्थिक सर्वेक्षण, संस्थानों का सर्वेक्षण और भारत के 90 फीसदी संस्थानों में जनसंख्या का पता लगाना है। उन्होंने आगे कहा कि इस क्रांतिकारी काम को हम करने जा रहे हैं और इस बात की घोषणा हमने अपने घोषणापत्र में की है।

जाति जनगणना पर एकमत नहीं कांग्रेस के नेता

जहां एक तरफ राहुल गांधी सब जगह जाति जनगणना की बात कर रहें हैं। वहीं, इस मामले पर कांग्रेस के सभी नेता एकमत नहीं हैं। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने जाति जनगणना के मुद्दे को उठाना गलत कदम बताया और कहा कि जाति जनगणना का मुद्दा उठाकर कांग्रेस अपने ऐतिहासिक रूख को बदल रही है। ऐसा करके वह इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की विरासत का अपमान कर रही है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे हुए पत्र में आनंद शर्मा ने कांग्रेस के समावेशी और सर्वव्यापी दृष्टिकोण को याद किया। आनंद शर्मा ने अपने लेटर में इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के समय के पॉपुलर नारों का हवाला दिया और कहा कि अगर कांग्रेस जाति जनगणना का मुद्दा उठाती रहेगी तो वह ऐसा करके अपनी पिछली कांग्रेस सरकारों पर ही आरोप लगाएगी। इसकी वजह से कांग्रेस के विरोधी पार्टियों को उस पर कीचड़ उछालने का अवसर मिल जाएगा। इसके जरिये आनंद शर्मा पार्टी के नेताओं को समझाते हुए दिखाई दिए कि जाति से ऊपर उठने वाली विचारधारा के साथ चलना चाहिए। जाति जनगणना के मुद्दे पर चलना कांग्रेस के लिए घातक साबित हो सकता है।

बीजेपी नेताओं ने कसा तंज

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा की तरफ से जाति गणना के मुद्दे पार्टी के भीतर ही अलग राय रखे जाने पर बीजेपी ने निशाना साधा था। बीजेपी ने आनंद शर्मा की राय को आधार बनाकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से तंज कसते कहा कि पार्टी ने गांधी-वाड्रा नेताओं को बेनकाब कर दिया है। उन्होंने कहा कि वे केवल कुछ वोटों के लिए देश को विभाजित करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।