CAA Protest: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में नागरिकता कानून को लेकर हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला है। इस दौरान कई लोगों ने अपनी जान गवां दी है और कई लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे है। राज्य के विपक्षी पार्टियों के नेता अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए मृतक और घायलों के घर पहुंच रहे है और उनकी मदद कर रहे है। राज्य की राजधानी लखनऊ में 16 दिसंबर के हिंसा के दौरान एक वकील नाम के शख्स की मौत हो गई थी। इसी क्रम में कांग्रेस पार्टी के नेता उनके घर पहुंचे थे लेकिन उनके पिता उनसे मुलाकात करने से मना कर दिया।

मुझे प्रशासन पर भरोसा है: वकील के पिता सर्फुद्दीन ने कहा कि वे सभी राजनीति पार्टियों से निवेदन करते हैं कि वे लोग उनके घर नहीं आएं। इनकी राजनीति के चक्कर में वह अपने बेटे को खो चुके हैं, लेकिन अब नहीं चाहता हूं कि उनके दरवाजे पर किसी भी पार्टी के नेता आए। कहा कि प्रशासन पर भरोसा है और उम्मीद है कि न्याय मिलेगा।

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कांग्रेस के नेता मुलाकात करने पहुंचे थे: बता दें कि रविवार (26 दिसंबर) को कांग्रेस के नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद और प्रमोद कृष्णम कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ वकील के घर पहुंचे थे। मौके पर वकील के पिता सर्फुद्दीन मौजूद नहीं थे। लेकिन कांग्रेस नेताओं ने उनके भाई तौफीक से मुलाकात की थी।

उपद्रवियों की गोली से हुई थी मौत: गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ 19 दिसंबर को विरोध प्रदर्शन में हुआ था जिसमें कुछ उपद्रवियों ने बवाल शुरू कर दिया था। इसी दौरान मोहम्मद वकील को गोली लग गई थी, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस के जांच में सामने आया है कि वकील की मौत उपद्रवियों की गोली से हुई थी।