कांगो के एक नागरिक की हाल में हुई हत्या से नाराज अफ्रीकी देशों ने ‘नस्लवाद एवं अफ्रो-फोबिया’ के खिलाफ ठोस कदम उठाए जाने और भारत द्वारा अफ्रीकी दिवस का आयोजन स्थगित किए जाने की मांग की है। इस बीच भारत ने अफ्रीकी देशों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आज आश्वासन दिया। अफ्रीकी लोगों से डर, उनके प्रति घृणा या उन्हें नापसंद करना ‘अफ्रो-फोबिया’ कहलाता है।
अफ्रीकी देशों के राजदूतों ने कांगो के नागरिक मसोंदा केटादा ओलिवर की पिछले सप्ताह हुई हत्या पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि वे गुरुवार (25 मई) को आयोजित होने वाले ‘अफ्रीका दिवस’ में शामिल नहीं होंगे और भारत को अफ्रीकी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ‘ठोस कदम’’ उठाने चाहिए। ‘अफ्रीकन ग्रुप हेड ऑफ मिशंस’ के डीन एवं इरिट्रिया के राजदूत अलेम त्सेहाए वोल्डेमरियम ने कहा कि 42 अफ्रीकी देशों के दूतों ने बैठक की और अपने नागरिकों पर हाल में हुए हमलों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने एक बयान में कहा, ‘भारत सरकार से दृढ़ता से आग्रह किया जाता है कि वह भारत में अफ्रीकी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए जिसमें लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए उचित कार्यक्रम शुरू करना शामिल है ताकि भारत में नस्लभेद एवं अफ्रो-फोबिया की समस्या से निपटा जा सके।
वोल्डेमरियम ने बताया कि अफ्रीकी राजदूतों ने ‘अफ्रीका दिवस’ मनाने के लिए आईसीसीआर द्वारा गुरुवार (26 मई) को आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम को स्थगित करने को कहा है क्योंकि भारत में छात्रों समेत अफ्रीकी समुदाय ओलिवर समेत पिछले कुछ वर्षों में अफ्रीकी छात्रों की हत्या को लेकर शोक में है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अफ्रीकी दूतों की चिंताओं पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि सरकार ने संबंधित अधिकारियों को कांगो के नागरिक की हत्या में संलिप्त अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
सुषमा ने कहा, ‘मुझे जब दिल्ली में कांगो के एक नागरिक की दुर्भाग्यपूर्ण हत्या के बारे में पता चला तो हमने पीड़ितों के खिलाफ कड़े कदम उठाने का निर्देश दिया। मैं भारत में अफ्रीकी छात्रों को भरोसा दिलाना चाहती हूं कि यह स्थानीय गुंडों की संलिप्तता वाली एक दुर्भाग्यपूर्ण एवं दु:खदायी घटना है।’ उन्होंने कहा कि मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री वी के सिंह से अफ्रीकी देशों के मिशन प्रमुखों से मुलाकात करके उन्हें अफ्रीकी नागरिकों की सुरक्षा के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का भरोसा दिलाने को कहा गया है।
ओलिवर की पिछले सप्ताह वसंत कुंज इलाके में एक ऑटोरिक्शा में बैठने पर हुए झगड़े के बाद हत्या कर दी गई थी। सुषमा ने कहा कि उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग को आवश्यक कदम उठाने और यह सुनिश्चित करने को कहा कि ओलिवर की हत्या के मामले की सुनवाई एक त्वरित अदालत में हो। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सुषमा स्वयं इस मामले पर नजर रख रही हैं और उन्होंने अफ्रीकी राजदूतों को भरोसा दिलाया है कि उनके नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
मंत्रालय ने कहा, ‘उन्होंने (सुषमा) विदेश मामलों के राज्य मंत्री वी के सिंह को अफ्रीकी देशों के मिशनों के प्रमुख से मुलाकात करने और अफ्रीकी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें सरकार के सहयोग का आश्वासन देने को कहा है।’ मंत्रालय ने कहा, ‘वीके सिंह मेट्रो शहरों में अफ्रीकी छात्रों से मुलाकात करके उन्हें उनकी सुरक्षा का भरोसा दिलाएंगे। हम राज्य सरकारों से इस प्रकार की सभी बैठकों में पुलिस आयुक्त को नियुक्त करने का अनुरोध करेंगे।’
उसने कहा कि अफ्रीका के साथ संबंधों के मामलों को देखने वाले सचिव :आर्थिक मामलों के: अमर सिन्हा ने ‘अफ्रीकन डिप्लोमेटिक कोर’ के डीन, इरिट्रिया के राजदूत समेत अफ्रीकी मिशन के प्रमुखों के एक समूह से मंगलवार (24 मई) को मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उसने कहा, ‘सचिव (ईआर) ने यह भी कहा कि सभी आपराधिक कृत्यों को नस्लभेद से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। हजारों अफ्रीकी छात्र बिना किसी परेशानी के भारत में अपनी शिक्षा पूरी कर रहे हैं।’
मंत्रालय ने कहा, ‘भारत सरकार विदेशी छात्रों खासकर अफ्रीकी छात्रों के साथ अपने संबंधों की बहुत कद्र करती है जिनके साथ भारत के ऐतिहासिक रूप से निकट संबंध हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि अफ्रीकी छात्र भारत को गर्मजोशी भरी जगह पाते रहें जहां उनका स्वागत होता है और इस प्रकार की दुर्भाग्यूपर्ण घटनाएं नहीं हों।’ सिन्हा ने उन्हें बताया कि पिछले सप्ताह की घटना की सूचना मिलने के तत्काल बाद मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया जिसने ‘‘तुरंत’’ कार्रवाई की।
वोल्डरमरियम ने कहा कि राजदूतों ने इस बात पर गहरी चिंताएं व्यक्त कीं कि अफ्रीकी छात्रों पर हमले एवं उन्हें प्रताड़ित किए जाने की कई घटनाएं ‘उचित अभियोजन चलाए जाने और अपराधियों को दोषी ठहराए जाने के अभाव में अनसुलझी रहीं।’ उन्होंने कहा, ‘उन्होंने अफ्रीकी नागरिक की नृशंस हत्या की कड़ी आलोचना की और भारत सरकार से भारत में अफ्रीकी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की।’ उन्होंने कहा, ‘किंगडम आफ लेसोथो के सांस्कृतिक दल को छोड़कर उन्होंने भाग नहीं लेने का निर्णय लिया है। यह निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि भारत में छात्रों समेत अफ्रीकी समुदाय पिछले कई वर्षों में ओलिवर सहित अफ्रीकी छात्रों की हत्या को लेकर शोक में हैं।’