पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले में फिर हिंसा फैल गई है। दत्तपुकुर इलाके में एक दुकानदार की संदिग्ध मौत के बाद दो समुदायों में हिंसा भड़क गई। गुस्साए लोगों ने आसपास की दुकानों में न केवल तोड़फोड़ की बल्कि कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया। स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने जिले की तीन पंचायतों में धारा 144 लगा दिया है। इसके साथ ही इंटरनेट बंद करा दिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सीआरपीसी की धारा 144 लागू करने के अलावा, जिले के दत्तपुकुर, अमदांगा और देगंगा इलाकों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई है।

जिले के दत्तपुकुर इलाके में मंगलवार की शाम तब हिंसा भड़क गई थी, जब 30 वर्षीय असदुल इस्लाम नाम का एक दुकानदार एक क्लब के अंदर एक कमरे में फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला।

क्लब ने दत्तपुकुर इलाके में एक मेले का आयोजन किया था जहां नरसिंहपुर गांव के निवासी इस्लाम ने एक स्टाल लगाया था। मंगलवार को एक महिला खरीदार के साथ झगड़ा होने के बाद क्लब के सदस्यों द्वारा इस्लाम को कथित रूप से पीटा गया था। महिला ने आरोप लगाया था कि इस्लाम ने उसके साथ मारपीट की थी।

जब इस्लाम को मौत के फंदे पर लटका मिला तो उसके रिश्तेदारों ने हाथकोला क्षेत्र में कई दुकानों में तोड़फोड़ की और वाहनों में आग लगा दी। इस्लाम के परिजनों ने सड़क भी जाम कर दिया और आरोप लगाया कि क्लब के सदस्यों ने ही इस्लाम की हत्या की है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जब इस घटना की खबर हाथकोला गांव के ही दूसरे समुदाय को लगी तब मंगलवार की शाम उनलोगों ने पलटवार करते हुए दूसरे समुदाय के लोगों को निशाना बनाया।

मारपीट के बाद दोनों तरफ से बम फेंके जाने लगे। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों समुदायों को शांत कराने की कोशिश की। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, “स्थिति अब नियंत्रण में है। मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है और इस्लाम के मौत की जांच के आदेश दिए गए हैं।”