अरुणाचल प्रदेश के राज्‍यपाल ज्‍योति प्रसाद राजखोवा ने केन्‍द्र को भेजी रिपोर्ट में तत्‍कालीन सीएम नबाम टुकी पर साम्‍प्रदायिक राजनीति का आरोप लगाया है। उन्‍होंने टुकी पर नयिसी आदिवासियों को भड़काने और सार्वजनिक प्रदर्शनों के लिए पैसे देने का आरोप भी लगाते हुए रिपोर्ट में कहा कि, उन्‍हें और उनके परिवार को खतरा है। उनका आरोप है कि कुछ मंत्रियों ने मारपीट की, गालियां दी और धमकी दी।

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सूत्रों का कहना है कि राज्‍यपाल ने रिपोर्ट में राज भवन के लगातार घेराव और इसे जलाने की धमकी की ओर भी इशारा किया। राजखोवा ने दावा किया कि, जब प्रदर्शनकारियों ने राजभवपन के दरवाजे के बाहर एक मिथुन की कुर्बानी दी तो मंत्री भी उसमें शामिल हो गए। उन्‍होंने कहा कि जब राज्‍यपाल ऐसे हालातों में रह रहा हो तो एक आम आदमी कैसे सुरक्षित महसूस करेगा। उन्‍होंने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि, कई महीनों तक कानून व्‍यवस्‍था के पूरी तरह चरमरा जाने के पहले तक अल्‍पमत की सरकार राज्‍य को चला रही थी। उनका दावा है किे टुकी और उन के मंत्रियों ने सार्वजनिक मंच और प्रेस के जरिए इसकी निंदा नहीं करने दी।

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सूत्रों के अनुसार राज्‍यपाल की रिपोर्ट में दावा किया गया कि उन्‍हें विकास विरोधी, आदिवासी विरोधी बुलाया गया और प्रदर्शनों के दौरान उनके असम से होने की बात को उठाया जाता। तीन विपक्षी विधायकों ने कहा कि उन पर टुकी का समर्थन करने के लिए एनएससीएन(के) ने दबाव डाला। उन्‍होंने आरोप लगाया कि ए‍क विधायक के रिश्‍तेदार का अपहरण कर लिया गया और एनएससीएन(के) का एक सदस्‍य उसे म्‍यांमार ले गया। इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई गई लेकिन ठीक तरह से जांच नहीं हुई।