सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत अपने सख्त फैसलों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि आर्मी में किसी भी तरह के दुर्व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में दोषी पाए गए कर्नल को बर्खास्त करते हुए बिपिन रावत ने एक बार फिर सख्ती दिखाई है और पूरी आर्मी को कड़ा संदेश दिया है। दरअसल, कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने आर्टिलरी 851 लाइट रेजिमेंट के कर्नल को मिसकंडक्टिंग के आरोप में दोषी करार दे दिया है।

कर्नल पर लगे मिसकंडक्टिंग के आरोपों पर कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में सुनवाई हुई, जिसमें उनके खिलाफ पुख्ता सबूत मिले, जिसके आधार पर कर्नल को दोषी करार दिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक कर्नल के खिलाफ सारे सबूत थे। आर्टिलरी के ही एक अन्य अधिकारी ने भी कर्नल के खिलाफ शिकायत की थी, जिसके बाद कोर्ट ने कर्नल को दोषी करार दिया। कोर्ट के फैसले के बाद आर्मी और सरकार ने आर्मी एक्ट 1950 और आर्मी रूल 1954 के तहत कर्नल को बर्खास्त कर दिया।

आर्मी चीफ ने यह कड़ा एक्शन लेते हुए एक बार फिर सबको यह संदेश दे दिया है कि जब तक आप आर्मी में हैं, किसी भी तरह की मिसकंडक्टिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कर्नल को बिना पेंशन और ग्रेचुएटी के बर्खास्त किया गया है। इससे आर्मी में शामिल हर किसी को कड़ा संदेश दे दिया गया है। आर्मी चीफ के इस कदम की सोशल मीडिया पर काफी तारीफ की जा रही है।