सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम ने हाई कोर्ट के तीन चीफ जस्‍ट‍िस और सुप्रीम कोर्ट के एक सीनियर वकील को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाने की सिफारिश की है। जजों की नियुक्ति के लिए कोलेजियम सिस्टम लागू होने के बाद इस साल पहली बार ये सिफारिशें की गई हैं। बता दें कि इससे पहले नेशनल जुडिशियल अप्वॉइंटमेंट कमिशन (NJAC) एक्ट के तहत सिफारिशें की गई थीं। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 16 अक्टूबर को NJAC को असंवैधानिक बताते हुए खारिज कर दिया था।

जानकारी के मुताबिक, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाले कोलेजियम की बैठक सोमवार को हुई थी। इस बैठक में फैसला लिया गया कि मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एएम खानविलकर, इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और केरल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अशोक भूषण को सुप्रीम कोर्ट भेजने की सिफारिश की जाएगी। कोलेजियम ने एडिशल सॉलिसिटर जनरल और सीनियर वकील एल नागेश्वर राव को भी सुप्रीम कोर्ट का जज बनाने की सिफारिश की।

जस्‍टिस चंद्रचूड़ रचेंगे इतिहास
इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के पिता यशवंत फरवरी 1978 से जुलाई 1985 तक चीफ जस्‍ट‍िस ऑफ इंडिया रह चुके हैं। डीवाई चंद्रचूड़ महज 40 साल की उम्र में बॉम्‍बे हाई कोर्ट के जज बन गए थे। उनकी सर्विस में अब नौ साल और बाकी हैं। उनके चीफ जस्‍ट‍िस बनकर इतिहास रचने की पूरी उम्‍मीद है। इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट पहुंचने वाले पिता और बेटे एनएच भगवती और पीएन भगवती रहे हैं। पीएन भगवती बाद में चीफ जस्‍ट‍िस ऑफ इंडिया भी बने।

सुप्रीम कोर्ट के जज बनने वाले चुनिंदा वकीलों में शुमार होंगे राव
राव उन चुनिंदा एडवोकेट्स के क्‍लब में शामिल हो जाएंगे, जिन्‍हें सुप्रीम कोर्ट में सीधी एंट्री मिली है। इनमें कुलदीप सिंह, संतोष हेगड़े, यूयू ललित और आरएफ नरीमन भी शामिल हैं। राव यूपीए और एनडीए, दोनों ही सरकारों में एडिशनल सॉलिसिटर जनरल रह चुके हैं। उन्‍होंने पिछले साल इस्‍तीफा दिया था।

उत्‍तराखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्‍ट‍िस के तबादले की सिफारिश
कोलेजियम ने उत्तराखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस केएम जोसेफ का तबादला किए जाने की भी सिफारिश की है। जस्टिस जोसेफ ने हाल ही में राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के केंद्र सरकार के फैसले को स्‍टे करते हुए तीखी टिप्पणी की थी। उनके ट्रांसफर की खबर से कानूनी पेशे से जुड़े कुछ लोगों ने नाराजगी जताई है। वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने लगातार ट्वीट्स करके कोलेजियम के इस कदम पर सवाल उठाए हैं।