Kamlesh Thakur Himachal Pradesh Assembly: हिमाचल प्रदेश की राजनीति में बीते दिनों समोसे से लेकर जंगली मुर्गे तक को लेकर जोरदार बहस हुई। याद दिलाना होगा कि कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए मंगवाए गए समोसे जब उन्हें नहीं परोसे गए तो इसे लेकर काफी हंगामा हुआ था। इसके बाद मुख्यमंत्री के एक कार्यक्रम में उन्हें जो खाना परोसा गया उसमें जंगली या देसी मुर्गा होने, मुर्गा खाया या नहीं इसे लेकर तमाम तरह की चर्चाएं सामने आई।
सोशल मीडिया पर इन दोनों ही मामलों को माहौल गर्म रहा और सरकार चला रही कांग्रेस और विपक्षी दल बीजेपी के नेता आमने-सामने आ गए लेकिन एक बात जिस पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों साथ हैं और जिनका विरोध नहीं करते, वह हैं “भाभी जी”। आपको बताते हैं कि यह “भाभी जी” कौन हैं।
देहरा सीट से जीता चुनाव
“भाभी जी” मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर हैं। कमलेश ठाकुर ने इस साल जुलाई में हुए उपचुनाव में देहरा सीट से जीत दर्ज कर विधानसभा में कदम रखा था। विधानसभा में जब भी कमलेश ठाकुर से जुड़ी कोई बात होती है तो विधायक कहते हैं, “भाभी जी” से हमारा कोई विरोध नहीं है।
कमलेश ठाकुर ने बड़ी जीत दर्ज की थी क्योंकि पहली बार इस सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार को जीत मिली थी। कमलेश ठाकुर हालांकि पहली बार विधायक बनी हैं लेकिन वह राजनीति में नई नहीं हैं। लगभग दो दशक से वह हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सदस्य हैं। हिमाचल प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है कि राज्य में पति और पत्नी दोनों विधायक बने हैं।
दिसंबर में जब हिमाचल विधानसभा का 4 दिन का शीतकालीन सत्र आयोजित हुआ तो इसमें कमलेश ठाकुर शामिल हुई थीं। शीतकालीन सत्र में बीजेपी के हर विधायक ने कमलेश ठाकुर को “भाभी जी” कहकर ही संबोधित किया, भले ही वह मुख्यमंत्री से अपनी बात कहना चाहते हों। ऐसा करने वाली बीजेपी नेताओं में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, बिक्रम ठाकुर, रणधीर शर्मा, पूर्व स्पीकर विपिन सिंह परमार, सतपाल सिंह सत्ती और हंसराज शामिल थे।
देहरा में विकास पर उठाए सवाल
बीजेपी नेताओं का सबसे बड़ा सवाल था कि कमलेश ठाकुर यानी “भाभी जी” के निर्वाचन क्षेत्र देहरा में बड़ी संख्या में नए संस्थान क्यों खुल रहे हैं, जबकि अन्य जगहों पर इन्हें बंद किया जा रहा है। उनका इशारा मुख्यमंत्री के कैंप ऑफिस, पुलिस अधीक्षक के लिए एक नया विशेष ऑफिस और कार्यकारी अभियंता से ऊपर के रैंक के अधिकारियों के लिए एक कार्यालय की ओर था, जो हाल ही में देहरा में खुले हैं। लेकिन बीजेपी नेताओं की ओर से इसके लिए, “भाभी जी” को दोष नहीं दिया गया।
कमलेश ठाकुर ने बीजेपी विधायकों के द्वारा उठाई गई इन बातों को बेहद ध्यान से सुना। उन्होंने सदन की कार्यवाही में किसी तरह का भाग नहीं लिया। कमलेश ठाकुर देहरा के गांव चमनाल में पली-बढ़ी हैं। 1988 में उनकी शादी सुखविंदर सिंह सुक्खू से हुई थी।
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देहरा में कैसे हो रहा ‘अभूतपूर्व विकास’?
बीजेपी विधायक बिक्रम ठाकुर ने देहरा में हो रहे ‘अभूतपूर्व विकास’ का मुद्दा उठाया। इससे सहमति जताते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि अगर कोई विधानसभा क्षेत्र है जहां पर पिछले 6 महीने में विकास हुआ है तो वह देहरा ही है। जयराम ठाकुर ने कहा कि हम जानते हैं कि यह आपका ससुराल है लेकिन आपको अन्य इलाकों का भी ध्यान रखना चाहिए।
बीजेपी विधायक हंसराज ने कहा कि बीजेपी की सरकार के वक्त खोली गई संस्थाओं को बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मुझे “भाभी जी” से कोई शिकायत नहीं है लेकिन यह गलत है।
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हंसी-मजाक का माहौल देखने को मिला
कमलेश ठाकुर जब पहली बार विधानसभा के सत्र में शामिल हुईं तो सदन में काफी हंसी-मजाक का माहौल देखने को मिला। पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी विधायक जयराम ठाकुर ने हैरानी जताई कि मुख्यमंत्री ने अपनी पत्नी के मामले में नए विधायक का स्वागत करने की परंपरा क्यों नहीं निभाई? इसे लेकर जब विधायक हंसने लगे तो सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चुटकी ली और कहा कि जयराम ठाकुर उनकी पत्नी का नाम लेकर उन्हें न डराएं। इसके बाद फिर हंसी मजाक का माहौल बना जब स्पीकर कुलदीप पठानिया ने मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या वह वाकई अपनी पत्नी से डरते हैं?