उत्तराखंड के चमोली में बादल फटने से भारी तबाही हो गई है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक कई लोग लापता चल रहे हैं। इससे पहले भी उत्तराखंड के कई जिलों में बादल फट चुके हैं। मौसम की मार ने देवभूमि में हालात चिंताजनक बना दिए हैं।बताया जा रहा है कि चमोली जिले के तहसील देवाल के मोपाटा इलाके में बादल फटा है। प्रशासन अपनी तरफ से राहत बचाव का कम भी शुरू कर दिया है।

खबर तो यह भी आ रही है कि केदारघाटी के लवाड़ा गांव में एक पल भी बह चुका है, इसके अलावा अलकनंदा और मंदाकिनी भी उफान मार रही है, कई लोगों के घर में पानी घुस चुका है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी बादल फटने की पुष्टि की है। उनकी तरफ से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक पर एक विस्तृत बयान जारी किया गया है। वे लिखते हैं कि जनपद रुद्रप्रयाग के तहसील बसुकेदार क्षेत्र के अंतर्गत बड़ेथ डुंगर तोक और जनपद चमोली के देवाल क्षेत्र में बादल फटने के कारण मलबा आने से कुछ परिवारों के फंसे होने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है, इस संबंध में निरंतर अधिकारियों से संपर्क में हूं, आपदा सचिव और जिलाधिकारियों से बात कर बचाव कार्यों के प्रभावी संचालन हेतु आवश्यक निर्देश दिए हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर जारी है। उस वजह से अलकनंदा और मंदाकिनी का जलस्तर काफी ज्यादा बढ़ चुका है, कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति है। प्रशासन की तरफ से कई घरों को खाली भी करवाया गया है। इस समय तो उत्तराखंड के हरिद्वार में भी भारी बारिश देखने को मिल रही है, वहां के जिला अधिकारी मयूर दीक्षित ने सभी स्कूलों को बंद करने का ऐलान किया है।

अभी के लिए मौसम विभाग का अनुमान है कि 29 अगस्त को देहरादून, बागेश्वर, नैनीताल पर चित्तौड़गढ़ में भी तेज बारिश होने जा रही है, ऑरेंज अलर्ट पहले ही जारी कर दिया गया है। कई दूसरे क्षेत्रों को लेकर भी येलो अलर्ट दिया गया है। उत्तराखंड में आने वाले 2 से 3 दिनों में भी अलग-अलग स्थान पर भारी बारिश देखने को मिल सकती है।