सुप्रीम कोर्ट में बुधवार के दिन एक ऐसा नजारा देखने को मिला जिसने साबित कर दिया कि प्रतिभा परिस्थितियों की मोहताज नहीं होती। सर्वोच्च अदालत में बावर्ची का काम करने वाले अजय कुमार सामल की बेटी ने कमाल करते हुए लॉ की पढ़ाई पूरी करने के लिए अमेरिका की दो विश्वविद्यालयों से स्कॉलरशिप हासिल कर ली है। ये जान सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ भी खासा उत्साहित हो गए और उनकी तरफ से कुक की बेटी को सम्मानित किया गया।

असल में सुप्रीम कोर्ट का दैनिक कार्य शुरू होने से पहले ही सीजेआई द्वारा दूसरे साथी जजों को इकट्ठा किया गया और सभी को कुक की बेटी के बारे में बताया गया। जब सभी को पता चला कि कम संसाधनों के बावजूद भी मेहनत के दम पर अजय कुमार की बेटी ने ये कमाल कर दिखाया, सभी हैरान रह गए और उन्होंने एक साथ प्रज्ञा का सम्मान किया। प्रज्ञा के माता-पिता को भी शॉल पहनाकर सम्मानित किया गया।

उस मौके पर सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि हम जानते हैं कि प्रज्ञा ने अपने दम पर काफी कुछ हासिल किया है। अब हम कोशिश करेंगे कि उसे वो सब मिले जिसकी उसे जरूरत है। हम उम्मीद करते हैं कि वो वापस भारत आकर इस देश की सेवा करेगी। अब बड़ी बात ये है कि जो बावर्ची कोर्ट में खाना बनाने का काम करता है, उसकी बेटी को सीजेआई द्वारा ही इस तरह से सम्मानित किया गया। जिस तरह से सभी ने उस बेटी का उत्साह बढ़ाया, उसने सभी का दिल जीता।

वैसे सम्मानित होने के बाद प्रज्ञा ने भी कहा कि मेरे लिए चंद्रचूड़ हमेशा से ही प्रेरणा रहे हैं। जब भी कोर्ट की लाइव स्ट्रीमिंग होती थी, हर कोई उन्हें देख सकता है। वे युवा वकीलों को प्रोत्साहित करते हैं, उनके शब्द अमूल्य होते हैं। वे मेरी प्रेरणा हैं।