सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ मंगलवार शाम साढ़े सात बजे अचानक सुप्रीम कोर्ट की न्यू बिल्डिंग कांप्लेक्स में पहुंचे। इस बिल्डिंग कांप्लेक्स में सार्वजनिक कैंटीन का काम चल रहा है और इसी का निरीक्षण करने के लिए डीवाई चंद्रचूड़ यहां पहुंचे थे। डीवाई चंद्रचूड़ के अचानक सुप्रीम कोर्ट पहुंचने से सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद हो गई।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की नई बिल्डिंग परिसर में बन रहे कंसल्टेशन रूम और वकीलों के लिए चेंबर का भी डीवाई चंद्रचूड़ ने निरीक्षण किया। इस दौरान वहां पर कई वकील मौजूद थे और उन्होंने उनसे लंबी बातचीत की। चंद्रचूड़ के साथ बातचीत के दौरान कई वकील मुस्कुराते हुए भी नजर आए।
बता दें कि पहले भी सुप्रीम कोर्ट में जगह की कमी को लेकर डीवाई चंद्रचूड़ चिंता जता चुके हैं। एक बार उन्होंने कहा था की नई बिल्डिंग बनवाकर वह कोर्ट में जगह की कमी को दूर करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा था कि अधिक जगह की सख्त जरूरत है और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के लिए भी पर्याप्त सुविधाएं होनी चाहिए।
इसके अलावा डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा था कि हमने पीडब्ल्यूडी विभाग को निर्देश दिया है कि पूरी इमारत वातानुकूलित हो ताकि किसी भी वकील या किसी के लिए भी यहां पर कोई दिक्कत ना आए। उन्होंने कहा कि वकील और वादियों के लिए वेटिंग एरिया भी जरूरी है और अगर यह बन जाएगा तो इससे लोगों को भीड़ का सामना भी नहीं करना पड़ेगा। लोग भी बाहर बैठकर अपने केस की बारी का इंतजार कर सकेंगे और वकील भी अपना काम आराम से कर पाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ कई बार यह कह चुके हैं कि एक वकील मेरे अंदर भी है। उन्होंने एक बार कहा था कि अक्सर कई बार के सदस्य मुझसे मिलने आते हैं और जब वह मेरे सामने कोई मांग रखते हैं तो मैं उनकी किसी भी मांग पर ना नहीं कह सकता हूं, क्योंकि मेरे अंदर भी एक वकील है। उन्होंने कहा था मैं समझता हूं कि उनकी मांग कितनी जायज है। चंद्रचूड़ ने कहा था कि मेरे अंदर एक वकील और एक संस्थागत प्रमुख के रूप में कभी-कभी थोड़ा मुश्किल भी हो जाता है लेकिन मैं दोनों को संतुलित करने की कोशिश करता हूं।