Citizenship Amendment Bill in Rajya Sabha Today: कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा पर चिंता जाहिर करते हुए मंगलवार को लोकसभा में कहा कि सरकार ‘मेक इन इंडिया’ की बात करती है लेकिन देश में बलात्कार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं । शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए चौधरी ने दावा किया कि कठुआ से उन्नाव तक देश में बलात्कार के मामले लगातार बढ़े हैं । उन्होंने कहा ‘‘ मैं ऐसी घटनाएं सुनकर शर्मशार हूं । हम मेक इन इंडिया की बात कर रहे हैं लेकिन देश में बलात्कार के मामले बढ़ रहे हैं । ’’ उन्होंने आरोप लगाया कि इस मुद्दे पर सरकार के किसी वरिष्ठ नेता ने अभी तक नहीं बोला है। इसका भाजपा सदस्यों ने जोरदार विरोध किया और कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में कथित सामूहिक बलात्कार की घटना का जिक्र किया।
कांग्रेस की ही राम्या हरिदास ने मनरेगा मजदूरों की समस्याओं को उठाया और मांग की कि केरल में मनरेगा श्रमिकों के बकाये का शीघ्रता से भुगतान किया जाए । उन्होंने मनरेगा मजदूरों की मजदूरी और कार्य दिवस बढ़ाये जाने की भी मांग की। इससे पहले नागरिकता संशोधन विधेयक को सोमवार को लोकसभा ने मंजूरी दे दी गई। इस बिल की असली परीक्षा बुधवार को राज्यसभा में होगी। सोमवार को लोकसभा में इस बिल के पक्ष में 311 वोट पड़े थे। वहीं विपक्ष में मात्र 80 वोट पड़े थे।
संसद में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए महिला सुरक्षा के मुद्दे पर कहा कि भारत धीरे-धीरे 'मेक इन इंडिया' से 'रेप इन इंडिया' में तब्दील होता जा रहा है। चौधरी ने कहा कि मोदी हर मुद्दे पर खूब बोलते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले पर उन्होंने चुप्पी साध रखी है।
लोकसभा में कल रात पारित नागरिकता संशोधन विधेयक के वर्तमान स्वरूप को वापस लेने की मांग को लेकर एक हजार से अधिक वैज्ञानिकों और विद्वानों ने एक याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं।
आज संसद में बीजेपी सांसद आरके सिन्हा ने राज्यसभा में शून्यकाल का नोटिस देते हुए स्वर्गीय गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह को पदम अवॉर्ड देने और उनके नाम पर पटना यूनिवर्सिटी का नाम बदलने की मांग की।
राज्य सभा में कल पेश होगा नागरिकता संशोधन विधेयक। सोमवार को लोकसभा में इस बिल के पक्ष में 311 वोट पड़े थे। वहीं विपक्ष में मात्र 80 वोट पड़े थे। इस बिल में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को भारत को धर्म के आधार पर विभाजित करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला किया था। उन्होंने कहा कि उस समय उठाए गए इस कदम की वजह से अब सरकार को नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 लाना पड़ा। मंत्री ने नागरिकता कानून 1955 में संशोधन के लिए पेश किए गए विधेयक पर हो रही बहस के दौरान यह टिप्पणी की।