आपको जानकर हैरानी होगी कि चीन के राष्ट्रपति हेलिकॉप्टर में बैठते नहीं है। वह जहां भी जाते हैं, हवाई जहाज से उतरने के बाद अपनी यात्रा चीन में निर्मित ‘Hongqi’ कार से करते हैं। शुक्रवार को पीएम मोदी के साथ अपने दूसरे अनौपचारिक शिखर सम्मेलन के लिए चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग चेन्नई पहुंचे हुए थे। यहां से दोनों नेताओं को ममल्लापुरम जाना था। पीएम मोदी ममल्लापुरम के लिए हेलिकॉप्टर से रवाना हुए। लेकिन, शी चिनफिंग चेन्नई से ममल्लापुरम की 57 किलोमीटर की दूरी होंग्की (Hongqi) कार से सड़क मार्ग से तय की।

“होंग्की” एक लक्जरी चीनी कार है, जिसका इस्तेमाल सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ चाइना (सीपीसी) के नेता अपने संस्थापक माओ के समय से करते रहे हैं। चीनी भाषा में, “होंग्की” का मतलब लाल झंडा होता है। गौरतलब है कि चीन के नेता लगभग एक नियम के रूप में हेलीकाप्टरों का उपयोग नहीं करते हैं। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक बीजिंग में विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा, “चीनी नेता विमानों और कारों से यात्रा करते हैं और हेलीकॉप्टर का उपयोग नहीं करते हैं।” अधिकारियों ने कहा कि जी 20 जैसी बहुपक्षीय बैठकों में भाग लेने के दौरान भी राष्ट्रपति शी ने हेलीकॉप्टरों के इस्तेमाल से किनारा कर लिया।

शी चिनफिंग वर्तमान में चीन के सबसे ताकतवर नेता हैं। उन्होंने सीपीसी, सेना और राष्ट्पति पद की कमान संभाली है। राष्ट्रपति पद के लिए दो कार्यकाल के नियम को हटाकर पिछले साल के संवैधानिक संशोधन के बाद वह अब आजीवन सत्ता में बने रहेंगे। जहां तक उनकी गाड़ी का सवाल है तो “होंग्की” अमेरिकी राष्ट्रपति के “द बीस्ट” जैसी विशेष कैडिलैक वाहन के समान है। शी चिनफिंग इस साल अप्रैल में दक्षिणपूर्व एशिया और प्रशांत क्षेत्र के अपने तीन देशों के दौरे के दौरान बुलेटप्रूफ होंग्की लिमोसिन पर सवार हुए थे।

गौरतलब है कि उनके इस कदम को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर चीनी ब्रांड को बढ़ावा देने की एक कोशिश के रूप में देखा गया। बीजिंग के चाइना फॉरेन अफेयर्स यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर सु हाओ ने कहा कि राष्ट्रपति शी की हालिया राजकीय यात्राओं के लिए होंग्की का चयन करने से अंतर्राष्ट्रीय मंच पर चीनी मार्केट तवज्जों देने की संभावना को बढ़ाता है। सीपीसी का एक पारंपरिक वैचारिक प्रतीक हांग्की, 1958 में चीन फर्स्ट ऑटो वर्क्स ग्रुप द्वारा लॉन्च किया गया एक लक्जरी कार ब्रांड है। यह लंबे समय से उच्च-सरकारी अधिकारियों और चीन में गणमान्य व्यक्तियों का दौरा करने के लिए आधिकारिक वाहन रही है। 1970 के दशक में अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन की चीन की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान माओ ने इसका इस्तेमाल किया। लेकिन 1990 के दशक में शुरू होने के बाद चीन के नेताओं ने आयातित कारों का इस्तेमाल किया ।

राष्ट्रपति शी ने 2012 में कम्युनिस्ट पार्टी कैडर के एक भाषण में कहा था कि चीन के नेताओं को केवल चीनी कारों का उपयोग करना चाहिए। मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति शी के भाषण के बाद, चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 2013 में एक हॉन्गकी एच 7 को अपने आधिकारिक वाहन के रूप में इस्तेमाल करना शुरू किया और विदेशी नेताओं के आने-जाने के मोटरसाइकिलों के लिए हॉन्गकी कारों को उपलब्ध कराना शुरू किया।