तमिलनाडु के मुख्यमंत्री परिसीमन को लेकर विपक्षी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। उनकी इस मीटिंग के विरोध में तमिलनाडु बीजेपी ने प्रदर्शन किया है। तमिलनाडु बीजेपी के चीफ के. अन्नामलाई ने कहा कि हमारे राज्य के पड़ोसी राज्यों के साथ कई मुद्दों पर विवाद है। केरल के साथ हमारा मुल्लापेरियार बांध का मुद्दा है, कर्नाटक सरकार ने कर्नाटक सीमा से होसुर की ओर मेट्रो लाइन का विरोध किया है।

अन्नामलाई ने कहा कि कई मौकों पर हमारे सीएम ने पड़ोसी राज्यों का दौरा करते समय इन मुद्दों को नहीं उठाया। लेकिन आज उन्होंने सभी सीएम को बुलाया है और परिसीमन पर नाटक कर रहे हैं, जो कि कोई मुद्दा ही नहीं है।

के. अन्नामलाई ने कहा कि डीएमके के सत्ता में आने के बाद पिछले चार वर्षों में राजनीतिक लाभ के लिए तमिलनाडु के हितों की लगातार बलि दी गई है। तमिलनाडु के सीएम कभी भी केरल के लोगों से बात करने और मुद्दों को सुलझाने के लिए नहीं गए, लेकिन आज उन्होंने केरल के सीएम को एक आर्टिफिशियल मुद्दे पर बात करने के लिए आमंत्रित किया है, जिसे उन्होंने खुद बनाया है। हम तमिलनाडु के सीएम की निंदा करते हैं कि उन्होंने केरल के सीएम को आमंत्रित किया और तमिलनाडु की समस्याओं का समाधान नहीं किया।

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उन्होंने कहा कि डीके शिवकुमार सिद्धारमैया के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। यही कारण है कि वह तमिलनाडु दौड़कर आए हैं ताकि यह दिखा सकें कि वह एक पैन-इंडिया लेवल के नेता हैं और सिद्धारमैया एक क्षेत्रीय नेता हैं। प्रधानमंत्री ने कहा है कि जनसंख्या मापदंड नहीं है और गृह मंत्री ने कहा है कि यह आनुपातिक आधार पर होगा। डीएमके जानबूझकर एक फर्जी मुद्दा बना रहा है।

परिसीमन के मुद्दे पर मीटिंग में क्या बोले एमके स्टालिन?

एमके स्टालिन ने मीटिंग में कहा कि निर्वाचन क्षेत्रों का परिसीमन वर्तमान जनसंख्या के आधार पर नहीं होना चाहिए। हम सभी को इसका विरोध करना चाहिए। संसद में जनप्रतिनिधियों की संख्या कम होने से हमारे विचार व्यक्त करने की शक्ति भी कम हो जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि अगर प्रतिनिधित्व कम हो गया तो राज्यों को धन हासिल करने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। हमारी इच्छा के बिना भी कानून बनाए जाएंगे।

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर जनसंख्या के आधार पर परिसीमन हुआ तो ऐसे फैसले लिए जाएंगे जो हमारे लोगों को प्रभावित करेंगे। छात्र महत्वपूर्ण अवसर खो देंगे। बिना समर्थन के किसानों को असफलताओं का सामना करना पड़ेगा। हमारी संस्कृति और विकास खतरे में पड़ जाएगा। सामाजिक न्याय प्रभावित होगा। हम ऐसे नागरिक होंगे जो अपने ही देश में राजनीतिक शक्ति खो देंगे।

स्टालिन के बेटे ने क्या कहा?

तमिलनाडु के डिप्टी सीएम सीएम उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि दशकों से यहां (मीटिंग) मौजूद राज्यों ने जनसंख्या कंट्रोल करने और मैनेज करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। हमने नीतियां पेश कीं, जागरूकता बढ़ाई और वह हासिल किया जो देश ने सोचा था – स्थिर जनसंख्या वृद्धि। जबकि कुछ अन्य राज्यों में तेजी से जनसंख्या वृद्धि जारी रही, हमने जिम्मेदारी से काम किया। नतीजतन, हम कई अन्य राज्यों की तुलना में बहुत पहले जनसंख्या प्रतिस्थापन दर (population replacement rate) तक पहुंच गए। लेकिन इस उपलब्धि के लिए पुरस्कृत होने के बजाय, अब हम अपना राजनीतिक प्रतिनिधित्व खोने के जोखिम में हैं।