छत्तीसगढ़ को आज यानी कि रविवार को अपना मुख्यमंत्री मिल सकता है। बीजेपी की विधायक दल की बैठक रायपुर में होने जा रही है। कई नाम रेस में चल रहे हैं, रेणुका सिंह से लेकर अरुण साव तक की चर्चा जोरों पर चल रही है। अब कुछ ही घंटों में स्थिति साफ होती दिख सकती है, माना जा सकता है कि राजस्थान-मध्य प्रदेश से पहले छत्तीसगढ़ को अपना मुख्यमंत्री मिल सकता है।
सबसे पहले छत्तीसगढ़ को मिलेगा सीएम?
जानकारी के लिए बता दें कि छत्तीसगढ़ में विधायक दल का नेता चुनने के लिए केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा, असम के पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल और राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम के नाम का ऐलान किया गया था। इन्हीं नेताओं ने सभी विधायकों से बात की, उम्मीदवारों के साथ मंथन किया और अब विधायक दल की बैठक भी इनकी अगुवाई में होने जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, BJP छत्तीसगढ़ में किसी ओबीसी / आदिवासी चेहरों को राज्य की बागडोर सौंप सकती है। इसीलिए सीएम पद की रेस में लता उसेंडी, गोमती साय और रेणुका सिंह जैसे अनुसूचित जनजाति वर्ग के नेताओं का नाम आगे चल रहा है। माना ये भी जा रहा है कि इस बार तीन बार के मुख्यमंत्री रमन सिंह को मौका नहीं मिलेगा। पार्टी मूड बना चुकी है कि पुराने चेहरों पर दांव नहीं चला जाएगा।
एमपी में क्या स्थिति?
मध्य प्रदेश की बात करें तो उसको लेकर भी विधायक दल की बैठक सोमवार को होने जा रही है। वहां पर भी सीएम रेस में शिवराज सिंह चौहान के अलावा प्रह्लाद सिंह पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय जैसे नाम चर्चा में चल रहे हैं। इस समय प्रह्लाद सिंह पटेल को रेस में ज्यादा आगे बताया जा रहा है। वे भी शिवराज सिंह चौहान की तरह एक ओबीसी चेहरा हैं और उनके लोधा समुदाया की एमपी की राजनीति में निर्णायक भूमिका है। राजस्थान को लेकर कहा जा रहा है कि पर्यवेक्षक आज जयपुर पहुंच रहे हैं। ऐसे में बातचीत का सिलसिला शुरू होने जा रहा है, लेकिन सीएम पर मुहर कब तक लगेगी, ये बताना मुश्किल है।
राजस्थान का कैसा हाल?
सीएम रेस में एक बार फिर वसुंधरा राजे बनी हुई हैं, उनके साथ दीया कुमारी, अश्विनी वैष्णव जैसे नामों की भी चर्चा है। महंत बालकनाथ भी एक दावेदार हैं, लेकिन उनके हाल के एक पोस्ट ने उनकी दावेदारी को कुछ कमजोर करने का काम किया है।