चंद्रयान-3 के लॉन्च होने की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। 14 जुलाई की दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर चंद्रयान-3 को आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा। देश की नहीं दुनियाभर की निगाहें इस मिशन पर लगी हुई हैं। चंद्रयान-3 को इसरो के सबसे विश्वसनीय रॉकेट एलवीएम (LVM) से लॉन्च किया जाएगा। इस रॉकेट ने अभी तक के सभी मिशन सफलतापूर्वक हासिल किए हैं। चंद्रयान-2 को भी इसी रॉकेट से लॉन्च किया गया था। बता दें कि करीब चार साल पहले चंद्रयान-2 मिशन लॉन्च किया गया था लेकिन तकनीकि खामी के चलते यह चांद की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने में नाकाम रहा था। अब चंद्रयान-3 मिशन के लिए हर पहलू का बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है।

क्या है चंद्रयान-3 मिशन?

चंद्रयान-3 मिशन के तहत इसरो चांद की दक्षिणी सतह पर उतर कर उसका अध्ययन करना चाहता है। चंद्रयान-3 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा। अगर चंद्रयान यहां पहुंचने में कामयाब हो जाता है तो भारत दुनिया का पहला देश बन जाएगा जो उस हिस्से में पहुंचेगा। चांद पृथ्वी से ही टूट कर बना है लेकिन मानव गतिविधियों के कारण प्रारंभिक इतिहास पृथ्वी से मिट चुका है लेकिन चांद पर यह संरक्षित है। वैज्ञानिक चांद का अध्ययन कर धरती की उत्पत्ति को समझना चाहते हैं। पृथ्वी के साथ चन्द्रमा के रिश्ते को गहराई से समझना चाहते हैं।

कहां देख सकेंगे रॉकेट लॉन्च?

चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग का सभी गवाह बनना चाहते हैं। हर कोई इस पल को अपने कैमरे में कैद करना चाहता है। इसरो ने भी इसके लिए खास तैयारी की है। इसरो की वेबसाइट पर लोगों के लिए इस खास पल को देखने के लिए बुकिंग की जा रही है। इसरो की आधिकारिक वेबसाइट http://www.isro.gov.in पर आप लॉन्च व्यू गैलरी की सीट बुक कर सकते है। इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने बताया कि चंद्रयान-3 के लॉन्च को देखने के लिए इसरो की वेबसाइट पर जाकर अपनी सीट बुक कर सकते है। इसके अलावा आप इसरो की वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर भी लॉन्च का सीधा प्रसारण देख सकते है।

चंद्रयान-3 अपने साथ क्या लेकर जायेगा?

चंद्रयान-3 का वजन 3,900 किलो है वहीं प्रोपल्शन मॉडल का वजन 2,148 किलो है। इसके लैंडर और रोवर की बात करें तो उनका वजन 1752 किलो है। बता दें कि चंद्रयान-3 अपने साथ एक लैंडर लेकर जा रहा है। यह चन्द्रमा की दक्षिणी सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा। लैंड होने के बाद इसमें से एक रोवर निकलेगा जो चन्द्रमा की सतह का अध्ययन करेगा। इस पर एचडी कैमरे के अलावा कई अन्य उपकरण भी लगे हैं। यह रोवर 14 दिन तक काम कर पायेगा। अगर इसे सूरज की रोशनी और मिली तो रोवर के अधिक समय तक काम करने की क्षमता है।

चंद्रयान-3 मिशन में अब तक क्या-क्या हुआ

6 जुलाई – इसरो चीफ ने बताया कि चंद्रयान-3 14 जुलाई को दोपहर 2:35 में श्री हरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लांच की जाएगी।
7 जुलाई – व्हीकल का इलेक्ट्रिक टेस्ट सफल पूर्वक किया गया।
11 जुलाई – चंद्रयान-3 का लॉन्च रिहर्सल सफलता पूर्वक किया गया।
14 जुलाई – दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर चंद्रयान-3 को लॉन्च किया जायेगा।
23-24 अगस्त – लैंडर और रोवर को चांद की सतह पर उतारने की कोशिश करेंगे।