भारत का चंद्रयान 3 मिशन तेज गति से अपने उदेश्यों को पूरा करने में लगा हुआ है। अब तक कई पड़ाव पार कर चुका चंद्रयान 3 अब लैंडर से 100 मीटर दूर हो चुका है। बताया जा रहा है कि अब दोनों लैंडर और रोवर को निष्क्रिय करने की प्रक्रिया भी शुरू होने जा रही है। अभी तक प्रज्ञान ने अपने कैमरे में चांद की कई शानदार तस्वीरें कैद की हैं। उन तस्वीरों ने चांद के कई ऐसे राज से पर्दा उठाया है जो दुनिया के लिए अभी तक अनजान थे।

चंद्रयान 3 का क्या होने वाला है?

इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने शनिवार को कहा कि चंद्रमा पर भेजे गए चंद्रयान-3 के रोवर और लैंडर ठीक से काम कर रहे हैं और चूंकि चंद्रमा पर अब रात हो जाएगी इसलिए इन्हें ‘‘निष्क्रिय’’ किया जाएगा। सोमनाथ ने कहा कि लैंडर ‘विक्रम’ और रोवर ‘प्रज्ञान’ अब भी काम कर रहे हैं और ‘‘हमारी टीम अब वैज्ञानिक साजो-सामान के साथ ढेर सारा काम कर रही है।’

जानकारी के लिए बता दें कि भारत पहला देश है जिसका मून मिशन चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड किया है। रूस के लूना 25 ने भी कोशिश जरूर की, लेकिन वो फेल हुआ और चांद की सतह पर क्रैश कर गया। लेकिन धीमि गति से आगे बढ़ा भारत का चंद्रयान 3 हर पड़ाव को पास करता चला गया और फिर दक्षिणी ध्रुव पर उसने लैंडिंग भी कर ली। बड़ी बात ये है कि जिस जगह पर भारत का चंद्रयान 3 लैंड हुआ है, उस जगह को शिवशक्ति नाम दिया गया है।

लैंडिंग प्वाइंट शिवशक्ति क्यों?

पीएम मोदी ने कहा था कि भारत के इस मिशन में महिला वैज्ञानिकों का भी अभूतपूर्व योगदान है, ऐसे में उन्हें सम्मान देने के लिए उस प्वाइंट का नाम शिवशक्ति रखा जाना चाहिए। वैसे जिस प्वाइंट तक चंद्रयान 2 गया था, उसका भी नामकरण कर दिया गया है। उस प्वाइंट को तिरंगा नाम दिया गया है।