Chandrayaan 3 Latest News: आज से ठीक एक महीने पहले चंद्रयान-3 चांद के सफर पर निकला था। सोमवार को इसने एक और अहम पड़ाव पार कर लिया। सुबह 11.50 बजे चंद्रयान-3 ने चांद के चौथे ऑर्बिट में प्रवेश किया। इसके बार चंद्रयान और एक और ऑर्बिट बदलना है। 9 दिन बाद यानि 23 अगस्त 2023 को शाम 5 बजकर 45 मिनट पर चंद्रयान-3 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने की कोशिश करेगा।
चंद्रयान-3 मिशन क्या है?
चंद्रयान-3 मिशन के तहत इसरो चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतर सतह का अध्यन करना चाहता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि चांद पृथ्वी से ही टूट कर बना है लेकिन मानव गतिविधियों के कारण प्रारंभिक इतिहास पृथ्वी से मिट चुका है लेकिन चांद पर यह संरक्षित है। वैज्ञानिक चांद का अध्ययन कर धरती की उत्पति को समझना चाहते हैं। पृथ्वी के साथ चन्द्रमा के रिश्ते को गहराई से समझना चाहते हैं।
कहां देख सकेंगे चंद्रयान-3 की लैंडिंग?
पूरा देश इस ऐतिहासिक पल को कैद करना चाहता है। हम आपको बता दें कि अगर आप भी इस ऐतिहासिक लम्हे का साक्षी बनाना चाहते हैं तो आप चंद्रयान-3 की लैंडिंग को इसरो की वेबसाइट पर देख सकते हैं। इसके अलावा आप इसरो के यूट्यूब चैनल और दूरदर्शन पर भी लैंडिंग का सीधा प्रसारण देख सकते हैं।
चंद्रयान-3 अपने साथ क्या लेकर गया है?
चंद्रयान-3 का वजन 3,900 किलो है वहीं प्रोपल्शन मॉडल का वजन 2,148 किलो है। लैंडर और रोवर की बात करें तो उसका वजन 1752 किलोग्राम है। चंद्रयान-3 अपने साथ एक लैंडर जो चन्द्रमा की दक्षिणी सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा और लैंडर के सुरक्षित रूप से लैंड करने के बाद उसके अंदर से एक रोवर निकलेगा। यह चन्द्रमा की सतह का अध्ययन करेगा। रोवर 14 दिन तक काम कर पायेगा अगर सूरज की रौशनी और मिली तो रोवर अधिक समय तक काम करने की क्षमता रखता है।
किस रॉकेट को लेकर चंद्रयान-3 ने भरी उड़ान?
बाहुबली रॉकेट के नाम से प्रसिद्ध एलवीएम (LVM) रॉकेट जिसे 100% सफलता दर के साथ अंतरिक्ष में जाने के लिए जाना जाता है। यही रॉकेट चंद्रयान-3 को अंतरिक्ष की कक्षा में लेकर गया था।
अभी तक का घटनाक्रम –
6 जुलाई 2023- इसरो चीफ ने बताया कि चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को दोपहर 2:35 में श्री हरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लांच किया जाएगा।
7 जुलाई 2023- व्हीकल का इलेक्ट्रिक टेस्ट सफलतापूर्वक किया गया।
11 जुलाई 2023- चंद्रयान-3 का लांच रिहर्सल सफलतापूर्वक किया गया।
14 जुलाई 2023- दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर चंद्रयान-3 को लॉन्च किया गया।
15 जुलाई- पहली बार पृथ्वी के ऑर्बिट में आगे बढ़ा।
17 जुलाई- दूसरी बार पृथ्वी के ऑर्बिट में आगे बढ़ा।
18 जुलाई- तीसरी बार पृथ्वी के ऑर्बिट में आगे बढ़ा।
20 जुलाई- चौथी बार पृथ्वी के ऑर्बिट में आगे बढ़ा।
25 जुलाई- आखिरी बार चंद्रयान पृथ्वी के ऑर्बिट में आगे बढ़ा।
1 अगस्त- पृथ्वी की कक्षा को छोड़कर चांद के लूनर ट्रॉजेक्टरी पाथ की और चल दिया था।
5 अगस्त- चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चांद की कक्षा में पहुंचा।
6 अगस्त- चांद के ऑर्बिट में पहली बार चांद के कक्षा में आगे बढ़ा।
9 अगस्त- चंद्रयान-3 दूसरी बार चांद के ऑर्बिट में आगे बढ़ा।
12 अगस्त- चंद्रयान-3 तीसरी बार चांद के ऑर्बिट में आगे बढ़ा।
23 अगस्त 2023- इसरो लैंडर और रोवर को चांद की सतह पर उतारने की कोशिश करेगा।