नरेंद्र मोदी सरकार के महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का काम जोरों शोरों से चल रहा है। इस प्रोजेक्ट के अंदर नए संसद भवन का निर्माण भी शामिल है। नए संसद भवन के निर्माण को लेकर एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने इस बात की ओर इशारा किया कि नए भवन के बन जाने के बाद लोकसभा की सीटों की संख्या भी बढ़ सकती है।
आजतक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि मौजूदा संसद भवन में बैठने में दिक्कत आती है। सेंट्रल हाल में भी कार्यक्रम के दौरान बैठने में दिक्कत आती है। आगे उन्होंने कहा कि भविष्य में संसद सदस्यों की संख्या भी बढ़ेगी। इसलिए उनके कार्यकुशलता को बढ़ाने और साथ ही डिजिटल जैसी जरूरी व्यवस्थाओं को लागू करने के लिए नए संसद भवन का निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
इंटरव्यू के दौरान नए संसद भवन को समय की जरूरत बताते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि मौजूदा भवन 100 साल से भी पुराना हो चुका है। जिस समय इस भवन का निर्माण किया गया था तो इसमें कई चीजें मौजूद नहीं थी। आज भी यह भवन भूकंपरोधी नहीं है। समय समय पर भवन के अंदर परिवर्तन होता रहा। जिसकी वजह से यह भवन आज के हिसाब से काम करने के लिए उपयुक्त नहीं रहा।
इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने यह भी बताया कि नए भवन के बन जाने के बाद पुराने संसद भवन का क्या उपयोग किया जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि ऐतिहासिक भवन होने के कारण इसमें भी कई सारे कार्यालय चलेंगे और कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि नए भवन के बन जाने के बाद ही पुराने संसद भवन को म्यूजियम बनाए जाने को लेकर फैसला किया जाएगा।
वहीं समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में ओम बिड़ला ने कहा कि इस बार संसद का मानसून सत्र आयोजित किया जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि संसद का मानसून सत्र चलेगा। सारी तैयारियां की गई हैं। 445 सांसदों को वैक्सीन की डोज़ लगी है। सचिवालय के सभी कर्मचारियों का भी वैक्सीनेशन हो गया है। जिन सांसदों और संसद में काम करने वाले लोगों को वैक्सीन की डोज़ नहीं लगी है उन्हें 21 जून से डोज़ लगेगी।