नगालैंड के दीमापुर में बलात्कार के एक आरोपी को गुरुवार को जेल से घसीट कर बाहर निकालने और भीड़ की पिटाई में उसके मारे जाने के एक दिन बाद पुलिस अधीक्षक और जेल अधीक्षक सहित शहर के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को शुक्रवार को निलंबित कर दिया गया। घटना की न्यायिक जांच के भी आदेश दिए गए हैं। इलाके में हालात तनावपूर्ण लेकिन काबू में बताए जा रहे हैं। असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कहा कि दीमापुर केंद्रीय कारा की सुरक्षा जिम्मेदारी केंद्रीय सुरक्षा बलों की होती है और वे हत्या रोकने में असफल रहे।
पुलिस ने बताया कि भीड़ पर पुलिस गोलीबारी में घायल पांच लोगों में से एक ने शुक्रवार को दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान सवु के रूप में की गई है। दीमापुर में घटना के बाद पड़ोसी असम को केंद्र ने हाई अलर्ट पर रखा है क्योंकि बलात्कार का आरोपी फरीद खान इसी राज्य का माना जा रहा है। खान ने एक नगा महिला से कथित तौर पर कई बार बलात्कार किया था। उसे 25 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। कथित बलात्कार से भड़की भीड़ गुरुवार को केंद्रीय कारागार में घुस गई, खान को बाहर निकाला और पीट-पीट कर उसे मार डाला।
नगालैंड के मुख्यमंत्री टीआर जेलियांग के प्रेस अधिकारी करई चवांग ने कोहिमा से फोन पर बताया कि राज्य कैबिनेट की एक बैठक में जिले के कलक्टर, पुलिस अधीक्षक, केंद्रीय कारागार अधीक्षक को निलंबित करने का फैसला किया गया। हालात पर काबू करने में नाकाम रहने को लेकर उन्हें निलंबित किया गया है। बैठक में उन सभी संदिग्ध लोगों को भी गिरफ्तार करने का फैसला किया गया है जिन्होंने जेल से संदिग्ध को खींच कर बाहर निकाला। आरोपी को नंगा कर दिया गया और पीट-पीट कर उसे मार डाला गया। चवांग ने मृतक आरोपी की पहचान फरीद खान के रूप में की है।
दीमापुर के पुलिस अधीक्षक मीरन जमीर ने इससे पहले बताया था कि भीड़ पर पुलिस गोलीबारी में एक व्यक्ति घायल हो गया। उन्होंने बताया कि कार्रवाई में कुल मिलाकर चार पांच लोगों को चोट पहुंची। जमीर ने बताया कि पुलिस जेल पर भीड़ के हमले को नहीं रोक सकी क्योंकि सुरक्षाकर्मी कम थे और भीड़ में कई स्कूली बच्चे शामिल थे। बलात्कार के आरोपी के बांग्लादेशी प्रवासी होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर जमीर ने कहा कि फिलहाल मैं कुछ नहीं कह सकता। यह जांच का विषय है।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि हमने नगालैंड सरकार से घटना के बारे में एक रिपोर्ट मंगाई है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से घटना के बारे में बात की और उनसे जरूरी कार्रवाई करने को कहा। केंद्र सरकार ने पड़ोसी राज्य असम को अलर्ट कर दिया है और उससे निगरानी बढ़ाने को कहा है ताकि नगालैंड से लगी इसकी सीमाओं पर कोई अप्रिय घटना नहीं हो।
इस बीच गुवाहाटी में शनिवार को असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कहा कि दीमापुर केंद्रीय कारा की सुरक्षा जिम्मेदारी केंद्रीय सुरक्षा बलों की होती है और वे हत्या रोकने में असफल रहे। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जेल की सुरक्षा केंद्रीय सुरक्षा बलों की जिम्मेदारी है और वे पीट-पीट कर की गई इस हत्या को रोकने में असफल रहे। कैदियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र की है।’
गोगोई ने कहा कि उन्होंने नगालैंड के मुख्यमंत्री टीआर जेलियांग को पत्र लिखकर राज्य में असम के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। आरोपी सैयद फरीद खान असम के करीमगंज जिले के बदरपुर इलाके के बोस्ला गांव का रहने वाला था।
असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि जेलियांग ने उन्हें आश्वासन दिया है कि लोगों की जान-माल की सुरक्षा की जाएगी। गोगोई ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर हत्या के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ समुचित कार्रवाई करने की मांग की है।
मुख्यमंत्री ने असम और नगालैंड दोनों राज्यों के राज्यपाल पीबी आचार्य से कार्रवाई करने का अनुरोध किया है ताकि दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें सजा दी जा सके। गोगोई ने कहा, ‘नगालैंड सरकार की ओर से उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को निलंबित किया जाना इस बात की स्वीकरोक्ति है कि प्रशासन की ओर से गलती हुई है।’