देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत की बुधवार को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई है। जनरल रावत जिस हेलीकॉप्टर में सवार थे, वो दुनिया के बेहतरीन सैन्य हेलीकॉप्टर्स में से एक है। ऐसे में हैलीकॉप्टर के क्रैश होने के लेकर कई सवाल भी उठ रहे हैं। वायुसेना ने इस हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं डिफेंस एक्सपर्ट क्रैश होने के कई कारण बता रहे हैं।

सीडीएस जनरल बिपिन रावत मध्यप्रदेश के शहडोल में एक सैनिक स्कूल भी खोलना चाहते थे। उनके साले यशवर्धन ने ये जानकारी उनके निधन के बाद मीडिया से बात करते हुए दी। साथ ही यशवर्धन सिंह ने मांग की है कि इस हादसे की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा- हमने अपना जीजा साहब और बहन को खो दिया है, इसकी जांच होनी चाहिए। वहीं डिफेंस एक्सपर्ट मेजर जनरल एसपी सिन्हा ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा कि हेलीकॉप्टर क्रैश होने के आठ संभावित कारण है।

उन्होंने कहा कि प्री फ्लाइट चेकअप, पायलट एरर, टेक्निकल फेलियर, नेविगेशन एरर, विजिबिलिटी कम होना, क्लाउड इफेक्ट और वायर ऐंगल जैसे कारण इस क्रैश के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। इसके साथ ही एक्सट्रा फ्यूल भी क्रैश का कारण बन सकता है।

वहीं इस घटना को लेकर जनरल रावत के साले यशवर्धन ने कहा कि वो इतने बड़े आदमी थे, कि उनतक हमारी पहुंच नहीं थी। फिर भी जीजा जी थे, जाते थे, मिलते थे, तो उनको छुने का मन करता था। उन्होंने कहा कि वो हमेशा सेना की ही बात करते थे। वो शहडोल में सैनिक स्कूल खोलना चाहते थे।

बता दें कि सीडीएस रावत अन्य सैन्य अफसरों के साथ वेलिंगटन में डिफेंस स्टाफ कॉलेज एक कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे। उनके साथ चालक दल के सदस्य सहित 14 लोग हेलीकॉप्टर में सवार थे। लैंडिंग स्थल से 10 किलो मीटर पहले ही जनरल रावत का हेलीकॉप्टर अचानक से क्रैश कर गया। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे में जनरल रावत के साथ उनकी पत्नी भी साथ थीं। जनरल रावत की पत्नी की भी इस हादसे में मौत हो गई है।