सीबीआई ने बीएसएफ के एक कमांडेंट को 45 लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथों पकड़ा है। बीएसएफ कमांडेंट की पहचान जीबू मैथ्‍यू के तौर पर की गई है। मैथ्‍यू शालीमार एक्‍सप्रेस से अलप्‍पुझा स्‍टेशन पर उतरे थे जब उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया गया। बीएसएफ की 83 बटालियन से जुड़े मैथ्‍यू पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्‍लादेश सीमा पर तैनात हैं। आरोपी अधिकारी घूस लेकर बांग्‍लादेश से स्‍मलिंग करवाता था। मैथ्‍यू केरल के इलांथूर के रहने वाले हैं। सीबीआई अधिकारी उनसे पूछताछ में जुटी है। कुछ दिनों पहले पश्चिम बंगाल में ही तैनात बीएसएफ के एक और जवान को यौन शोषण के मामले में ओडिशा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। आरोपी जवान की पहचान सुरेश कुमार के तौर पर किया गया था। उस पर ओडिशा के मलकानगिरि जिले में तैनाती के दौरान एक महिला से शारीरिक संबंध बनाने और बाद में उसका उत्‍पीड़न करने का आरोप लगाया गया था। महिला ने ओडिशा के चित्रकोंडा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। बाद में सुरेश मुर्शिदाबाद आ गया था।

बीएसएफ कमांडेंट की लाखों रुपये के साथ गिरफ्तारी पर लोग तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। महेश कुमार शंभू ने ट्वीट किया, ‘इस बीएसएफ अधिकारी के सीनियर से भी पूछताछ की जानी चाहिए। उम्‍मीद है कि इसमें वे शामिल नहीं होंगे।’ लक्ष्‍मण प्रसाद ने लिखा, ‘इसमें चौंकाने वाली कोई बात नहीं है। सभी लोग जानते हैं बीएसएफ वाले क्‍या करते हैं।’ मन्‍ना कुशवाहा ने ट्वीट किया, ‘सिर्फ इतना ही नहीं…ये लोग पंजाब और जम्‍मू-कश्‍मीर में आतंकवाद के लिए भी जिम्‍मेदार हैं। घूस लेकर ये आतंकवादियों और घुसपैठियों को भारत में घुसने देते हैं। यही वजह है कि उन्‍हें (बीएसएफ) को हटाकर सेना तैनात कर दी गई।’ कुछ लोगों ने तो घूस लेने वाले बीएसएफ कमांडेंट को गद्दार तक करार दे दिया। भारत का बंग्‍लादेश के साथ 4,156 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है। इसका बड़ा हिस्‍सा पश्चिम बंगाल से लगता हुआ है। यहां आमतौर पर तस्‍करी के मामले सामने आते रहते हैं। सीमा की सुरक्षा की जिम्‍मेदारी बीएसएफ को दी गई है। आतंकियों के घुसपैठ और तस्‍करी की बढ़ती समस्‍या से निपटने के लिए सीमा पर बाड़ लगाया जा रहा है। बीएसएफ ने पिछले साल इससे जुड़ा 95 फीसद काम पूरा होने की बात कही थी। मालूम हो कि वर्ष 2017 में भारत और बांग्‍लादेश के बीच सीमा को लेकर ऐतिहासिक समझौता भी हुआ था।