कनाडा में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के बीच भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से बड़ा बयान सामने आया है। दो टूक कहा गया है कि कनाडा में हालात ऐसे हैं कि हिंदुओं को बुनियादी सुरक्षा तक नहीं मिल पा रही। इसके ऊपर कनाडा सरकार के उस फैसले पर भी कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई गई है जहां पर एक चैनल पर सिर्फ इसलिए बैन लगा दिया गया क्योंकि उसने विदेश मंत्री एस जयशंकर का इंटरव्यू चलाया।
पूरा विवाद है क्या?
इस बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमें पता चला है कि कनाडा में एक महत्वपूर्ण प्रवासी आउटलेट के सोशल मीडिया हैंडल, पेज को ब्लॉक/बैन कर दिया गया है। यह इस विशेष हैंडल द्वारा पेनी वोंग के साथ विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की प्रेस कॉन्फ्रेंस को प्रसारित करने के ठीक कुछ घंटों बाद हुआ। हमें आश्चर्य हुआ। यह हमें अजीब लगा। ये एक बार फिर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रति कनाडा के पाखंड को उजागर करता है।
उन्होंने आगे बताया कि विदेश मंत्री ने अपने मीडिया कार्यक्रमों में तीन चीजों के बारे में बात की। पहला, कनाडा द्वारा बिना किसी विशेष सबूत के आरोप लगाना। दूसरा, कनाडा में भारतीय राजनयिकों की अस्वीकार्य निगरानी करना। तीसरा, कनाडा में भारत विरोधी तत्वों को राजनीतिक स्थान दिया जाना…इससे आप निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि ऑस्ट्रेलिया टुडे चैनल को कनाडा द्वारा क्यों ब्लॉक किया गया।
भारत-कनाडा में बढ़ती तल्खी
अब जानकारी के लिए बता दें कि कनाडा और भारत के रिश्ते पिछले काफी समय से खराब चल रहे हैं। जब से खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हुई है, ट्रूडो का रवैया भारत के प्रति तल्ख हो चुका है। उनका आरोप है कि भारत के अधिकारियों ने ही उनकी धरती पर इस हत्या को अंजाम दिलवाया। यह अलग बात है कि ट्रूडो की तरफ से कोई सबूत पेश नहीं किया गया है और उसी वजह से विवाद खत्म होने के बजाय बढ़ता जा रहा है।