कुछ महीने पहले आर्मी एविएशन पायलटों की पत्‍नी ने डिफेंस मिनिट मनोहर पर्रिकर से मिलकर शिकायत की थी कि उनके पति जो हेलिकॉप्‍टर्स उड़ा रहे हैं, उनकी हालत बेहद दयनीय है। अब कंट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ने इन पुराने पड़ चुके साजो सामान के लिए रक्षा मंत्रालय को फटकार लगाई है।

संसद में शुक्रवार को रखी गई रिपोर्ट में सीएजी ने कहा कि आर्मी एविएशन के 52 पर्सेंट हेलिकॉप्‍टर 30 साल से ज्‍यादा पुराने हैं और उनमें से 40 पर्सेंट ही इस्‍तेमाल के लिए उपलब्‍ध हैं। रिपोर्ट में लिखा गया है, ”रखे हुए हेलिकॉप्‍टर पुराने पड़ चुके हैं। बेडे के 52 पर्सेंट हेलिकॉप्‍टर 30 साल से ज्‍यादा पुराने हैं। वहीं, प्रभावशाली ढंग से इस्‍तेमाल के लिए इनकी उपलब्‍धता घटकर 40 पर्सेंट हो जाती है।’ सीएजी के मुताबिक, आर्मी एविएशन के पायलटों द्वारा उड़ाए जाने वाले 181 चीता और चेतक हेलिकॉप्‍टर में से 51 चालीस साल या उससे पुराने हैं। इनमें से 78 हेलिकॉप्‍टर 30 से 40 साल पुराने हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, योजनाओं के लक्ष्‍य को हासिल करने में नाकामी और नई खरीद में शिथिलता की वजह से आर्मी एविएशन कॉर्प्‍स को पुराने पड़ते बेड़े के लिए नया विकल्‍प नहीं मिल पा रहे। बता दें कि पिछले साल अगस्‍त में डिफेंस मिनिस्‍ट्री ने 197 हल्‍के हेलिकॉप्‍टरों की खरीद की योजना रद्द कर दी थी।