राजस्थान में हाईवे बना रही कंपनी से 38 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में दौसा के पूर्व एसपी मनीष अग्रवाल को मंगलवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने गिरफ्तार कर लिया। मनीष अपनी पहले पोस्टिंग से ही विवादों में रहे हैं। मनीष की प्रोफेशनल लाइफ के साथ-साथ पर्सनल लाइफ भी विवादों में रही है। 10 साल के करियर में उन्होने छह साल राजस्थान में गुजारे हैं। वे जम्मू कश्मीर कैडर से थे, उन्होने शादी कर कैडर बदलवाया था बाद में उनका तलाक हो गया। फिर मनीष ने दूसरी शादी कर ली।
10 साल में मनीष महज दो जिलों में 10 महीने के लिए एसपी बनाए गए। इतना ही नहीं, उन्हें छह साल में राजस्थान में 6 जगह भेजा गया। मात्र एक पोस्टिंग ऐसी थी, जहां वह एक साल पूरा कर पाए। जिले के SP के बतौर वे बाड़मेर में केवल चार महीने रह पाए तो दौसा से 6 महीने में ही हटाना पड़ा। आईपीएस में चयन होने के बाद जम्मू-कश्मीर में मनीष अग्रवाल की पोस्टिंग बतौर एसडीपीओ रामनगर थी। तब आईपीएस अग्रवाल और उनके रीडर हैड कांस्टेबल युद्धवीर सिंह के खिलाफ पुलिस स्टेशन सतर्कता संगठन जम्मू में एफआईआर दर्ज हुई। स्थानीय खबरों के अनुसार जम्मू में 21 साल की एक लड़की के खुदकुशी केस में दो संदिग्ध युवकों को रिहा करने की एवज में पांच लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई थी।
SP के रूप में मनीष को पहली पोस्टिंग 2018 में बाड़मेर में हुई। जॉइन करते ही वह विवादों में आ गए। 3 महीने बाद ही उन्हें APO करना पड़ा। दूसरी बार छह जुलाई 2020 को दौसा जिले का SP बनाया गया। यहां भी जॉइन करते ही विवादों में आ गए। दुष्कर्म के मामले में एफआर लगाने की एवज में 25 लाख रु. की रिश्वत मांगी तो शिकायत सीएम से हुई। जांच पुलिस मुख्यालय विजिलेंस विंग कर रही है।
एसीबी की टीम ने मनीष अग्रवाल के साथ नीरज नामक एक दलाल को भी गिरफ़्तार किया है. इन दोनों पर आरोप है कि इन्होंने मिलकर सड़क बनाने वाली एक कंपनी से ज़बरन पैसा वसूल किया है। अब इन दोनों से पूछताछ किए जाने की तैयारी है।
इससे पहले हाइवे कंपनी से रिश्वत लेने के मामले में 13 जनवरी को ACB ने RAS पिंकी मीणा और पुष्कर मित्तल को गिरफ्तार किया था। पिंकी मीणा को 10 लाख और दौसा SDM पुष्कर मित्तल को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा था। इन अफसरों को 14 जनवरी को एसीबी ने मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। यहां से उन्हें जेल भेज दिया गया था।