भाजपा और तृणमूल कांग्रेस दोनों ने उप-चुनाव में दो-दो लोकसभा सीटों पर आज जीत दर्ज कर दावा किया कि ये नतीजे 500 और 1000 रूपए के पुराने नोट बंद करने के मोदी सरकार के फैसले पर उनके अपने अपने रूख को सही ठहराते हैं। छह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश पुदुचेरी में हुए उप-चुनाव में मुख्य रूप से सत्ताधारी पार्टियों का ही पलड़ा भारी रहा । इन राज्यों में जिन 10 विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव हुए, उनमें से ज्यादातर सीटों पर वहां की सत्ताधारी पार्टी को ही जीत मिली। बीते 19 नवंबर को छह राज्यों की 10 विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव कराए गए थे, जिनके नतीजे आज घोषित किए गए। भाजपा और अन्नाद्रमुक ने तीन-तीन सीटों पर जीत दर्ज की, माकपा को दो सीटें मिलीं जबकि कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस को एक-एक सीटों से संतोष करना पड़ा। असम की लखीमपुर लोकसभा सीट पर भाजपा का कब्जा बरकरार रहा। असम का मुख्यमंत्री बनने के लिए सर्वानंद सोनोवाल की ओर से यह सीट छोड़ने के बाद यहां उप-चुनाव कराए गए। भाजपा ने इस सीट पर 1,90,219 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। मध्य प्रदेश की शहडोल लोकसभा सीट पर भी भाजपा को ही जीत मिली। असम और मध्य प्रदेश दोनों राज्यों में भाजपा की ही सरकारें हैं।
तृणमूल कांग्रेस को पश्चिम बंगाल की तमलुक और कूचबिहार लोकसभा सीटों पर जीत मिली। करीब 4.9 लाख वोटों के अंतर से पार्टी ने यह जीत हासिल की, जो 2014 के लोकसभा चुनावों के मुकाबले लगभग दोगुना है। तृणमूल ने मोंटेश्वर विधानसभा सीट भी जीती जबकि माकपा, कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों की इस सीट पर जमानत जब्त हो गई। मध्य प्रदेश की शहडोल लोकसभा सीट पर भाजपा की जीत का अंतर 2014 के लोकसभा चुनावों में 2,41,301 था जो इस उप-चुनाव में घटकर 60,000 रह गया। नेपानगर विधानसभा सीट भी भाजपा ने ही जीती । हालांकि, इस सीट पर पार्टी की जीत का अंतर पिछली बार 22,178 था जो इस बार बढ़कर 42,198 हो गया।
मध्यप्रदेश में भाजपा ने शहडोल लोकसभा और नेपानगर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस को हराकर इन क्षेत्रों पर अपना कब्जा बरकरार रखा है। कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के दौरान सत्तारुढ़ भाजपा के खिलाफ स्थानीय मुद्दों के अलावा नोटबंदी का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया था। शहडोल लोकसभा ( एसटी) उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार ज्ञान सिंह ने कांग्रेस की प्रत्याशी हिमा्रदी सिंह को 60,000 से अधिक मतों के अंतर पराजित किया।
एक चुनाव अधिकारी ने बताया कि उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार ज्ञान सिंह को 4,81,398 मत मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी हिमा्रदी सिंह को कुल 4,21,015 मत हासिल हुए। हालांकि, इस उपचुनाव में भाजपा की जीत का अंतर पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में काफी कम हुआ है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने यह सीट 2,41,301 मतों से जीती थी। इसके साथ ही नेपानगर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी मंजू दादू ने कांग्रेस के अंतर सिंह ब्रदे को 42,198 मतों से पराजित किया। यहां भाजपा उम्मीदवार को 99,626 मत तथा कांग्रेस प्रत्याशी को 57,428 मत मिले। सत्तारुढ़ भाजपा की जीत का अंतर नेपानगर में बढ़ा है। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने यह सीट 22,178 मतों से जीती थी।

