Budget 2024: देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज वार्षिक वित्तीय बजट पेश करने वाली हैं, बजट की गोपनीयता बनाए रखना सरकार के लिए सबसे मुश्किल काम होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि आजाद भारत का पहला वित्तीय बजट, जो कि पूर्व पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू की सरकार में 26 नवंबर साल 1947 को पेश किया गया था, वह लीक हो गया था। वहीं इसके बाद जब 1950 को जब पूर्णकालिक बजट पेश किया गया तो वो भी लीक हो गया था। इसके चलते उस वक्त के वित्त मंत्री को इस्तीफा भी देना पड़ा था।

दरअसल, आजाद के पहले वित्त मंत्री शानमुखम चेट्टी ने 26 नवंबर 1947 को पेश किया था। यह देश की आजादी के 3 महीने बाद का बजट था, जो कि मार्च 1948 तक के लिए था। यह बजट 171.15 करोड़ का था, और उस वक्त राजकोषीय घाटा 24.59 करोड़ का था।

अखबारों में छप गई थी जानकारी

संसद में रखने से पहले ही ब्रिटेन की वित्त मंत्री डॉल्टन ने एक पत्रकार को बजट में प्रस्तावित टैक्सों में परिवर्तन के बारे में जानकारी दे दी थी और यह सारी डिटेल संसद में पेश होने से पहले ही अखबारों में प्रकाशित हो गया था। इसके बाद डाल्टन को इस्तीफा देना पड़ा था।

अमर उजाला की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत का पहला बजट 1950-51 के लिए 3 मार्च को पेश हुआ था और यह भी लीक हो गया था। इसे तत्कालीन वित्त मंत्री जॉन मथाई ने पेश किया था। उस समय बजट की छपाई राष्ट्रपति भवन में होती थी और यह वहीं से लीक हो गया था।

वित्त मंत्री को देना पड़ा था इस्तीफा

प्रिंटिंग के दौरान बजट लीक होने के चलते इसके प्रिंटिंग की जगह को बदलकर मिंटो रोड एक सरकारी प्रेस में कर दिया गया था। बजट के लीक होने के चलते वित्त मंत्री मथाई को इस्तीफा तक देना पड़ा था। उन आरोप लगे थे, कि उन्होंने धनाड्यों को लाभ पहुंचाने के लिए ऐसा किया था।

नहीं लगाया था कोई टैक्स

खास बात यह है कि बजट में व्यापारिक मुनाफा टैक्स खत्म कर दिया गया था। जनता पर कोई भी टैक्स नहीं लगाया था। उस वक्त जनता पर कोई टैक्स नहीं लगाया गया था और सरकार का कहना था कि देश में ज्यादा से ज्यादा संसाधन जुटाए जाएं और रक्षा संबंधी खर्च में कटौती की गई थी।

इनकम टैक्स को भी घटाने का प्रावधान किया गया था। इतना ही नहीं, डाक व तार की दरों में भी सुधार किया गया था, जिससे जनता पर कोई बोझ न पड़े।