बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने गुजरात के ऊना कस्बे में पिछले दिनों कथित गोरक्षकों द्वारा मरी हुयी गाय का चमड़ा उतारने वाले गरीब दलितों के साथ मारपीट और अमानवीय व्यवहार की घटना की कड़ी निन्दा करते हुये शुक्रवार को कहा कि इससे साबित होता है कि केन्द्र में भाजपा सरकार बनने के बाद दलितों के खिलाफ उत्पीड़न की स्थिति भयावह रूप लेती जा रही है।
मायावती ने यहां जारी एक बयान में कहा कि गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के उच्च्ना कस्बे में गत सोमवार को खुद को गोरक्षक बताने वाले लोगों ने मरी हुई गाय का चमड़ा उतारने वाले चार दलितों को जिस तरह मारापीटा और बर्बर बर्ताव किया, वह सभ्य समाज के लिये कलंक है। बसपा मुखिया ने आरोप लगाया कि केन्द्र की मौजूदा भाजपानीत सरकार के सत्ता में आने के बाद, खासकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े कट्टरवादी संगठनों के लोग, खुद को संविधान व कानून से ऊपर मानकर काम करने लगे हैं। यही कारण है कि भाजपा शासित राज्यों में वे लोग खुलेआम कानून को अपने हाथ में लेकर उन्माद और उप्रदव का वीभत्स प्रदर्शन कर रहे हैं। गरीब निर्दोंष दलित, पिछड़े और मुस्लिम समाज के लोग खासतौर से इसका शिकार बन रहे हैं।
मालूम हो कि गत सोमवार को गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के ऊना कस्बे में मरी हुई गाय का चमड़ा उतारने वाले दलित समाज के चार युवकों को कथित गोरक्षकों ने जंजीर से बांधकर सरिया से उनकी बर्बरतापूर्ण पिटाई की थी। इसका वीडियो वायरल होने पर मामले का खुलासा हुआ था। इस मामले में अब तक पांच लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं।

