सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम सम्मानजनक तरीके से ना लेने के कारण दंडित किए गए बीएसएफ जवान की सजा रद्द कर दी है। बीएसएफ ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री ने इस मामले पर अपनी नाराजगी जताते हुए तुरंत सजा को रद्द करने का निर्देश दिया है। इसके बाद बीएसएफ ने जवान को दी गई सजा रद्द कर दी है। बीएसएफ ने एक ट्वीट में कहा कि आदेश रद्द कर दिया गया है और संबंधित कमांडेंट को मामले को विवेकानुसार ना निपटाने के लिए चेतावनी दी गई है।
बता दें कि 21 फरवरी को बीएसएफ की पश्चिम बंगाल के नादिया की महातपुर स्थित 15वीं बटालियन के एक जवान ने रुटीन एक्सरसाइज के दौरान ‘मोदी प्रोग्राम’ शब्द का इस्तेमाल किया था। जिस पर बटालियन के कमांडेंट ने प्रधानमंत्री के नाम के आगे सम्मानसूचक शब्द जैसे श्री आदि ना लगाने पर जवान को सजा के तौर पर उसकी 7 दिन की तन्खवाह काटने का आदेश दिया था। जवान को बीएसएफ की धारा 40 का दोषी करार दिया गया।
This order has been rescinded. Concerned commandant has been cautioned for not dealing with the matter judiciously@PMOIndia @HMOIndia https://t.co/NYETTF8Wd8
— BSF (@BSF_India) March 7, 2018
Honourable PM had expressed his displeasure and directed @BSF_India to immediately withdraw the punishment.
— BSF (@BSF_India) March 7, 2018
हालांकि कई बड़े अधिकारियों ने भी माना कि यह सजा ज्यादा कठोर है। इस बात पर मीडिया में कई दिनों तक चर्चा भी चली थी। आखिरकार पीएम मोदी ने खुद इस मामले पर नाराजगी जतायी है और जवान की सजा रद्द करने का निर्देश दिया है। इससे पहले बीएसएफ का ही जवान तेज बहादुर जवानों को मिलने वाले खाने की आलोचना कर सुर्खियों में आया था, जिसके बाद तेज बहादुर को बीएसएफ ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया था।

