बेंगलुरु के महालक्ष्मी मर्डर केस में संदिग्ध मुक्ति रंजन रॉय का शव पेड़ से लटका मिला है। 29 साल की महालक्ष्मी की हत्या का मामला शहर के व्यालिकावल इलाके में सामने आया था, जहां उसके शरीर के कई टुकड़े फ्रिज में मिले थे। इस मामले को लेकर बेंगलुरु पुलिस पश्चिम बंगाल और ओडिशा में एक संदिग्ध की तलाश कर रही थी। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से लिखा जा रहा है कि मुख्य संदिग्ध मुक्ति रंजन रॉय ने बुधवार को ओडिशा में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है।
बेंगलुरु पुलिस जांच के तहत रॉय का पीछा कर रही थी, उससे पूछताछ करने के लिए ओडिशा गई। हालांकि पूछताछ के लिए उसे हिरासत में लेने से पहले ही रॉय ने कथित तौर पर यह कदम उठा लिया।
गृह मंत्री जी परमेश्वर ने आज ही दिया था बयान
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने आज ही इस मामले पर बयान देते हुए कहा था कि इस हत्या ने पूरे बेंगलुरु को हिलाकर रख दिया है, सरकार इसे काफी गंभीरता से ले रही है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा, “हत्यारे को पकड़ने के बाद हम और जानकारी जुटाएंगे। दो से तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है, अब तक मिले सबूत और गवाहों की बुनियाद पर पता लग पाया है कि हत्यारा ओडिशा में है।”
मामले की जांच में शामिल एक अधिकारी के मुताबिक महालक्ष्मी और रंजन 2023 से दोस्त थे और एक ही मॉल में काम करते थे। मल्लेश्वरम में एक कॉस्ट्यूम आउटलेट में टीम लीडर के तौर पर काम करने वाली महालक्ष्मी अपने पति हेमंत दास से अलग हो गई थीं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि महालक्ष्मी और रंजन रिलेशनशिप में थे और हाल ही में उसे पता चला कि वह किसी दूसरे आदमी के साथ है। अधिकारी ने बताया कि उसने कथित तौर पर महालक्ष्मी से इस बारे में बात की थी और यही उसकी हत्या का कारण यही हो सकता है। पुलिस ने महालक्ष्मी से जुड़े कई लोगों से पूछताछ की, उनके पति हेमंत दास, मां मीना राणा और उनके साथ काम करने वाले लोगों से भी पूछताछ की गई है।