किसान आंदोलन में जो चेहरा सबसे ज्यादा नजर आता है वह है राकेश टिकैत का। वह आए दिन सरकार पर तरह-तरह के आरोप लगाते हैं। अब एक किसान संगठन के ही नेता ने राकेश टिकैत पर आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं। भारतीय किसान यूनियन (भानु) के अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने राकेश टिकैत को ही लुटेरा बता दिया।
आजतक पर लाइव शो के दौरान जब ऐंकर ने उनसे पूछा कि इन आरोपों के लिए आपके पास तथ्य हैं? इस पर भानु प्रताप ने कहा, ‘हम इनके पिता जी के साथ 10 साल रहे। जबसे राकेश टिकैत ने कमान संभाली इन्होंने लूटना शुरू कर दिया। हम लिखित में प्रमाण दे सकते हैं कि इन्होंने 12 बीघा खेत से 500 बीघा खेत कर दिया. भट्ठा खोल लिए, कार ले ली, पेट्रोल पंप बना लिए।’
भानु कहने लगे, ‘मैं गारंटी दे सकता हूं कि मैं ईमादारी से चला हूं। सबसे पहले मेरी जांच हो। अगर मैं गलत पाया जाऊं तो मुझे जेल भेज दिया जाए। राकेश टिकैत के साथियों ने लूट की है।’ भानु प्रताप ने यह भी आरोप लगाया कि किसान आंदोलन कांग्रेस की फंडिंग से चल रहा है। उन्होंने कहा, आंदोलन में पक्के मकान बनाकर उन्होंने दिखा दिया है कि हम आतंकवादी हैं और सड़क पर कब्जा कर लेंगे।
भानु प्रताप के आरोपों पर शो मैं मौजूद किसार शक्ति संघ के अध्यक्ष ने कहा कि उनके लोग उन्हें छोड़कर जा चुके हैं और वह बिना सेना के सैनिक हैं। पुष्पेंद्र सिंहने कहा, जो भी व्यक्ति आंदोलन सरकार के खिलाफ आंदोलन करता है, वह राजनीति नहीं राष्ट्रनीति है। इसी से लोकतंत्र चलता है। जब जनता में विरोध होता है तो चुनाव में परिलक्षित होता है।
उन्होंने कहा, किसान लोकतंत्र के अनुसार काम कर रहे हैं। किसान इतने दिनों से बैठे हुए हैं और 600 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है। हम आपको यह भी बताते चलें कि आंदोलन की शुरुआत में भानु प्रताप का किसान संगठन भी इसमें शामिल था लेकिन बाद में वे आंदोलन छोड़कर चले गए।