बीजेपी की आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय न्यूज पोर्टल द वायर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने जा रहे हैं। उनका कहना है कि वो सिविल और क्रिमिनल प्रोसीडिंग शुरू करने जा रहे हैं। मालवीय का कहना है कि उन्होंने फर्जी दस्तावेजों के जरिए उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की है। उन्हें हर्जाना देना होगा।

ध्यान रहे कि आईटी सेल का चीफ होने के साथ अमित मालवीय पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रभारी हैं। उनका कहना है कि कानूनी सलाह मशविरा करने के बाद उन्होंने तय किया है कि वो न्यूज पोर्टल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। उनके खिलाफ क्रिमिनल केस तो चलेगा ही। लेकिन जिस तरह से पोर्टल ने उनकी छवि खराब करने की कोशिश की, उसके लिए सिविल कोर्ट में भी उनकी पेशी लगेगी। वो नुकसान की भरपाई कराकर रहेंगे।

द वायर की एक रिपोर्ट के मुताबिक मालवीय को मेटा ने विशेष अधिकार दिया है। इसी अधिकार का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने इंस्टाग्राम से कई पोस्ट्स हटवा दीं। वेबसाइट ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में दावा किया है कि इंस्टाग्राम ने एक एकाउंट की सात पोस्ट्स को अमित मालवीय के इशारों पर बिना किसी वेरिफिकेशन के हटा दिया।

उधर मेटा ने पहले सभी आरोपों का खंडन किया था। लेकिन बाद में रिपोर्ट में कहा गया कि पोस्ट का हटना एआई की चूक नहीं थी, बल्कि बीजेपी की आईटी सेल के मुखिया अमित मालवीय को मिला विशेषाधिकार है। मालवीय मेटा के क्रॉसचेक प्रोग्राम का हिस्सा हैं। वायर के मुताबिक मालवीय इस सूची में शामिल होने वाले दक्षिण एशिया से पहले व्यक्ति हैं।

सोशल मीडिया पर अपने तरीके से लोगों ने उनकी बात पर राय व्यक्त की। सईद रहमान का कहना था कि उनकी क्या रेपुटेशन है जो खराब हो गई। केवल सोशल मीडिया पर फेर न्यूज चलाना ही उनका काम है। द इन्फ्यूजन के हैंडल से ट्वीट किया गया कि अमित को पूरा अधिकार है केस दायर करने का।