भारतीय जनता पार्टी के सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो अचानक विवादों में आ गए हैं। जिसके बाद उन्होंने अपने एक सोशल मीडिया कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया है। दरअसल बाबुल ने हैदराबाद गैंगरेप के आरोपियों के एनकाउंटर को सही ठहराया था। उनके ट्विटर अकॉउंट से एक ट्वीट किया गया था जिसमें इस एनकाउंटर को सही बताया गया था। बाबुल ने इस ट्वीट को लेकर अब सफाई दी है। उनका कहना है कि यह ट्वीट उन्होंने नहीं, बल्कि उनकी सोशल मीडिया टीम ने किया था। यह ट्वीट अविनाश पांडे नाम के एक शख्स ने किया था, जिन्हें ऐसा करने के बाद हटा दिया गया है।
शुक्रवार को हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक से गैंगरेप और हत्या के आरोपियों के एनकाउंटर के बाद प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं। इसपर बाबुल सुप्रियो ने ट्विटर हैंडल से लिखा कि मानवाधिकार केवल मनुष्यों के लिए होते हैं, ना कि उन 4 राक्षसों के लिए जिन्हें एनकाउंटर में मारा गया। बाबुल के अकाउंट से पोस्ट किए गए इस ट्वीट के बाद उनकी हर तरफ आलोचना हो रही है।
इसपर सुप्रियो ने एक उर ट्वीट कर सफाई दी। बाबुल ने एक अन्य ट्वीट कर लिखा ‘इस ट्विट को मैंने नहीं, बल्कि मेरी टीम (अविनाश पांडेय) ने किया था। उन्हें तत्काल निकाल दिया गया है। मैं इस ट्वीट की कड़ी निंदा करता हूं। यही वजह है कि मैं कभी भी सोशल मीडिया टीम को नहीं रखना चाहता हूं। मैंने ऐसा किया, मेरी गलती है।’
बता दें कि शुक्रवार सुबह हैदराबाद गैंगरेप के चारों आरोपियों का एनकाउंटर में मारे जाने की खबर आई। इस चारों आरोपियों को एक पशुचिकित्सक के साथ कथित रूप से बलात्कार करने, उसकी हत्या करने और उसके शव को जला डालने को लेकर 29 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। ये सभी आरोपी शुक्रवार सुबह पुलिस मुठभेड़ में मारे गये। उन्होंने पुलिस का हथियार छीन लिया था, उस पर गोलियां चलायी थीं और भागने का प्रयास किया था।