ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी है तो फिर सड़कों पर ट्रैफिक जाम क्यों? ये सवाल केंद्रीय मंत्री विरेंद्र सिंह ने किया है। उन्होंने कहा कि अगर ऑटो सेक्टर में मंदी है तो एक-एक घर में कई गाड़ियां और सड़क पर जाम क्यों लग रहा है। उन्होंने लोकसभा में चर्चा के दौरान कहा ‘लोग कह रहे हैं कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में मंदी है मुझे लगता है ऐसा सिर्फ देश और सरकार को बदनाम करने के लिए कहा जा रहा है।’ बलिया से बीजेपी सांसद के इस अजीबो-गरीब बयान पर सोशल मीडिया पर उनका जमकर मजाक बनाया जा रह है।

ट्विटर यूजर्स इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने कहा कि ये बेहद ही मस्त लोग हैं। मेरा हस्ते-हस्ते बुरा हाल हो गया। कोई अतिशयोक्ति नहीं। ये बहुत बड़े एंटरटेनर हैं।’

एक यूजर कहते हैं ‘इन छोटे चौकीदारों से ऐसे बयान जानबुझकर दिलवाए जाते हैं ताकि बड़ा चौकीदार थोड़ा स्मार्ट लगे।’ एक अन्य यूजर ने कहा ‘ये सरनेम में ‘मस्त’ इस बयान के बाद लगा है या पहले से ही था?’ एक यूजर ने कहा ‘क्या करें इन लोगों का।’ एक यूजर ने कहा ‘ट्रैफिक जाम एक खुशहाल देश की निशानी है। मस्त भाई का लॉजिक निर्मला ताई और रवि शंकर प्रसाद के लेवल का है।’

गौतरलब है आर्थिक सुस्ती पर मोदी सरकार में कई मंत्री ऐसे ही अजीबो-गरीब दे रहे हैं। विरेंद्र सिंह मस्त ही नहीं इससे पहले वित्त मंत्री ने आर्थिक सुस्ती और प्याज की बढ़ती कीमतों पर बयान दिया जिसपर उनकी जमकर आलोचना हो रही है। उन्होंने कहा है कि ‘मेरे परिवार में प्याज और लहसुन का इस्तेमाल नहीं होता। मेरे परिवार को प्याज बहुत पसंद नहीं है।’

वहीं इससे पहले केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने देश में किसी भी तरह की आर्थिक मंदी से इनकार किया था। उन्होंने कहा है कि गांधी जयंती (2 अक्टूबर) के दिन तीन मूवी ने 120 करोड़ रुपए बटोर लिए इसलिए देश में किसी तरह की आर्थिक मंदी नहीं है। शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्रीय मंत्री ने यह बयान दिया।