छात्रा से यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद भारतीय जनता पार्टी के सदस्य नहीं हैं। बुधवार को भाजपा ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि चिन्मयानंद का कई सालों से भाजपा से कोई लिंक नहीं है। भाजपा उत्तर प्रदेश के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा “चिन्मयानंद पार्टी के सदस्य नहीं हैं और उनके सदस्य होने का कोई रेकॉर्ड नहीं है। पिछले कई सालों से पार्टी में कोई जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं।”
राकेश ने कहा कि मुझे पार्टी के शाहजहांपुर जिले से एक बार पता करना पड़ेगा कि चिन्मयानंद पार्टी में हैं या नहीं। जब उन्होंने शाहजहांपुर के जिला अध्यक्ष राकेश मिश्रा अनावा से संपर्क किया तो उन्होंने कुछ भी कहने से माना कर दिया। जिला अध्यक्ष ने कहा “मैं चिन्मयानंद के बारे में कुछ भी नहीं बोलूंगा।” बता दें बुधवार को भाजपा के उत्तर प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चंद्र श्रीवास्तव ने भाषा से कहा था कि चिन्मयानंद भाजपा के सदस्य नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि चिन्मयानंद ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, वह पार्टी के सांसद और केन्द्रीय मंत्री भी रहे हैं। इस पर श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने बहुत पहले चुनाव लड़ा था और मंत्री बने थे, लेकिन उसके बाद से वह भाजपा के सदस्य नहीं हैं।
श्रीवास्तव ने कहा कि चिन्मयानंद प्रकरण में कानून अपना काम कर रहा है। कानून को अपना काम करने की छूट है। उल्लेखनीय है कि चिन्मयानंद वाजपेयी सरकार में गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के जौनपुर से 1999 में चुनाव लड़ा था। चिन्मयानंद 1991 में बदायूं और 1998 में मछलीशहर से भी लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। बता दें चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली विधि छात्रा की, उनसे पांच करोड़ रुपये मांगे जाने के मामले में गिरफ्तारी के बाद बुधवार को अदालत में जमानत अर्जी खारिज कर दी गई है। वहीं चिन्मयानंद की जमानत अर्जी पर सुनवाई के लिए 30 सितंबर की तारीख तय की गयी है।