भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी सांसदों और विधायकों को 15 से 23 अगस्त के बीच तिरंगा यात्रा निकालने का निर्देश दिया था। उनसे अपेक्षा की गई थी कि वे इस यात्रा की तस्वीरें अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट करेंगे ताकि इसमें उनकी भागीदारी साबित हो जाए। हालांकि उनका यह फरमान कई लोगों को पसंद नहीं आया। शाह ने केंद्रीय मंत्रियों को अलग-अलग राज्यों और क्षेत्रों की जिम्मेदारी सौंपी थी। हालांकि इस बारे में पार्टी में यह मानना था कि तिरंगा कार्यक्रम 15 अगस्त से पहले शुरू किया जाना चाहिए था और स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने के साथ इसका समापन किया जाना चाहिए था। अब ऐसा लग रहा है कि मानो कार्यक्रम उल्टा चलाया जा रहा हो।
शाह के निर्देश में मंत्रियों से कार के बजाय दो पहिया पर यात्रा में शामिल होने को कहा गया था। वे खुद भी इस तरह की यात्रा में शामिल होंगे। हालांकि इस कार्यक्रम के पहले ही दिन गड़बड़ी हो गई। राजस्थान में पीयूष गोयल और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ यात्रा में शामिल हुए लेकिन उन्होंने हेलमेट नहीं पहन रखा था। बता दें कि पीएम मोदी खुद इस यात्रा की तस्वीरों को अपने फेसबुक और ट्विटर पेज पर शेयर कर रहे हैं।
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