Waqf Land Row: भारतीय जनता पार्टी के सांसद तेजस्वी सूर्या ने वक्फ संसोधन विधेयक जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल को एक पत्र लिखा है। यह राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। जगदंबिका पाल को लिखे लेटर में उन्होंने आग्रह किया है कि वे कर्नाटक के विजयपुरा जिले के किसानों को वक्फ बोर्ड के साथ भूमि विवाद पर चर्चा करने के लिए गवाह के तौर पर बुलाएं।

तेजस्वी सूर्या ने लिखे गए अपने पत्र में कहा कि विजयपुरा के किसान, वह करीब 100 सालों से अपनी जमीन पर खेती कर रहे हैं। उनके पास 1920 और 1930 से अपनी जमीन का सरकारी रिकॉर्ड है। लेकिन, पिछले कुछ महीनों में क्षेत्र के कई किसानों को बिना की किसी ठोस सबूत के उनकी जमीन को वक्फ संपत्ति घोषित करने वाले नोटिस भेजे गए हैं। इतना ही नहीं सांसद ने यह भी कहा कि इन दावों का दायरा काफी बड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि अकेले उनके ही गांव में करीब 1500 एकड़ जमीन की वक्फ संपत्ति के तौर पर पहचान हुई है।

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सिद्धारमैया सरकार बैकफुट पर आई

किसानों को नोटिस भेजने के बाद में कर्नाटक सरकार बैकफुट पर आ गई है। सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि किसानों को बेदखल नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जारी किए गए नोटिस को वापस ले लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं इस मामले पर राजस्व मंत्री को संज्ञान लेने के लिए कहूंगा, कहीं भी किसानों को बेदखल नहीं किया जाएगा।

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कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने माना कि किसानों को नोटिस जारी किए गए थे। मीडिया से बात करते हुए शिवकुमार ने कहा, ‘हम किसानों को प्रभावित नहीं कर रहे हैं। हमने राजस्व विभाग, तहसीलदार, डीसी को आरटीसी में किए गए सभी म्यूटेशन को रद्द करने के निर्देश दिए हैं।

किसानों की जमीनें उनकी ही रहेंगी- डिप्टी सीएम

डिप्टी सीएम ने कहा कि किसानों के द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सभी जमीनें उनकी ही रहेंगी। हम किसी भी किसान को परेशान नहीं करेंगे। यह सरकार का फैसला है और हम इसके साथ खड़े हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी इसका राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है। हम मामले पर राजनीति नहीं करना चाहते। हमें अपने किसान चाहिए।