पीएम मोदी औओर उनके सिपहसालारों के लिए खबर अच्छी नहीं है। वैश्विक स्तर पर रूस और अमेरिका एक दूसरे के करीब आ रहे हैं। ऐसा होने में चीन का बहुत बड़ा योगदान है। कहने की जरूरत नहीं कि इस तरह का गठबंधन भारत की सेहत के लिए मुफीद नहीं है। ऐसा होता है तो भारत का अलग-थलग पड़ना स्वाभाविक है।

बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस नए गठजोड़ का इशारा देता हुए कहा कि औपचारिक तौर पर इसकी घोषणा जल्दी होने वाली है। उनका कहना है कि सबसे ज्यादा असहज करने वाली बात ये है कि चीन परोक्ष और अपरोध तौर पर इस गठजोड़ के पीछे खड़ा है। उनका मानना है कि इससे भारत की स्थिति खराब होगी। हालांकि उन्होंने ये बात गंभीर लहजे में कही, लेकिन इसके तुरंत बाद तंज कसते हुए कहा कि विदेश मंत्रालय से पूछे तो गुगली सरीखा ऐसा जवाब वहां से मिलेगा कि आप आत्मसंतुष्टि की मुद्रा में आ जाएंगे।

दरअसल स्वामी मौजूदा समय में पीएम मोदी के सबसे बड़े आलोचक की भूमिका अदा कर रहे हैं। बीजेपी सांसद होने के बावजूद वो पीएम और उनकी खासमखास टीम पर वार करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। कुछ अर्सा पहले वो यहां तक कह चुके हैं कि पीएम को कोरोना से लड़ाई की कमान नितिन गडकरी को सौंप देनी चाहिए। पीएमओ में बैठे अधिकारी किसी काम के नहीं। उन्हें कुछ पता ही नहीं होता।

ऐसा नहीं है कि स्वामी के तेवरों से बीजेपी असहज नहीं है। स्वामी खुद भी कह चुके हैं कि बीजेपी की आईटी सेल फर्जी अकाउंट के जरिए उन पर गालियों की बौछार तक करवा रही है। वो पीएम को सारी पोस्ट भेज चुके हैं, पर मोदी ने रहस्यमयी चुप्पी साध रखी है।

उधर, सोशल मीडिया पर लोगों ने अलग-अलग तरह से अपनी राय रखी। एक यूजर ने लिखा- सर को प्रणाम करता हूं, आपको प्रधान-मंत्री का पद दिए बिना इस बदनसीब देश का काम चल ही नहीं सकता है। एक ने लिखा-नाहक बड़बड़ाते रहते हो, अब तुम्हें कोई भी गंभीरता से नहीं लेता। एक अन्य का कहना था कि अपने लोगो को मरने से बचा नहीं सकते, ग्लोबल पॉवर बनाएंगे मोदी,,, सपना अच्छा है।

एक अन्य का कहना था-धुएं से आग का अनुमान नहीं लगाते। हम आज के भारतीयों में यह बडी कमी है कि दो लोगों को मिलते देख कर हम बौखलाए बैल की तरह इधर उधर सिर मारने लगते हैं। रणनीति दीर्घकालिक होती है जो दैनिक घटनाओं से प्रभावित नहीं होती। उनका कहना था कि इस तरह की खबरों को गंभीरता से लेने की ज्यादा जरूरत नहीं है। एक अन्य ने स्वामी को धमकाते हुए लिखा, डिलीट करोगे कि गाली खाकर ही मानोगे?