लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। हिसार से बीजेपी सांसद बृजेंद्र सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। वह अपने पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह के साथ आज कांग्रेस में शामिल हो गए। बीरेंद्र सिंह 2014 में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद उन्हें राज्यसभा का सदस्य बनाकर केंद्रीय मंत्री बनाया गया था।

बीरेंद्र सिंह ने JJP के साथ गठबंधन खत्म करने की रखी थी शर्त

2019 के लोकसभा चुनाव में बृजेंद्र सिंह को भाजपा ने हिसार लोकसभा सीट से टिकट दिया था और उन्होंने जीत हासिल की थी। बीरेंद्र सिंह ने जेजेपी के साथ गठबंधन छोड़ने की बात कही थी। जब बीजेपी ने ऐसा नहीं किया तो बीरेंद्र सिंह ने बीजेपी छोड़ने का ऐलान कर दिया। हालांकि अभी तक बीजेपी ने लोकसभा चुनाव को लेकर जेजेपी के साथ गठबंधन को लेकर कोई ऐलान नहीं किया है।

बीरेंद्र सिंह ने 2014 में कांग्रेस छोड़ दी थी और बीजेपी ज्वाइन कर लिया था। इसके बाद 2014 में विधानसभा चुनाव हुआ था तो उनकी पत्नी प्रेमलता को भाजपा ने उचाना विधानसभा सीट से टिकट दिया और वह जीत गईं। पिछले 3 महीने से बीरेंद्र सिंह और उनके बेटे की कांग्रेस में जाने के कयासों को बल मिला। उनकी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से लगातार मुलाकातें हो रही थी।

कुलदीप बिश्नोई का नाम हिसार से चर्चा में

एक साल पहले ही कांग्रेस के बड़े नेता रहे और पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने बीजेपी ज्वाइन की थी। बीजेपी हिसार लोकसभा सीट से उनको टिकट दे सकती है। ऐसे में बृजेंद्र सिंह असहज महसूस कर रहे थे और माना जा रहा था कि उनका टिकट भी कट सकता है। हिसार लोकसभा सीट पर कई नेताओं की दावेदारी है और वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा का नाम भी हिसार लोकसभा सीट से चल रहा है।

हरियाणा में बीजेपी सभी 10 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती है। माना जा रहा है कि पार्टी जेजेपी के साथ गठबंधन नहीं तोड़ेगी बल्कि वह सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी और इससे जेजेपी साथ छोड़ सकती है। हरियाणा में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव भी हैं।