फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के बाद अब सरकार ने भाजपा सांसद और भोजपुरी फिल्मों के स्टार रवि किशन को भी वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। बीते दिनों संसद के मानसून सत्र के दौरान रवि किशन ने फिल्म इंडस्ट्री में ड्रग्स के मुद्दे पर अपनी बात रखी थी, जिसके बाद कई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज ने उनकी आलोचना की थी। जिनमें राज्यसभा सांसद जया बच्चन भी शामिल हैं।

भाजपा सांसद रवि किशन ने वाई प्लस सुरक्षा मिलने के बाद ट्वीट कर योगी आदित्यनाथ को शुक्रिया कहा है। रवि किशन ने अपने ट्वीट में लिखा कि “आदरणीय श्रद्धेय योगी आदित्यनाथ महाराज जी। पूजनीय महाराज जी, मेरी सुरक्षा को देखते हुए आपने जो वाई प्लस सुरक्षा मुझे उपलब्ध करवाई है इसके लिए मैं, मेरा परिवार और मेरे लोकसभा क्षेत्र की जनता आपकी ऋणी है और आपका धन्यवाद करती है। मेरी आवाज हमेशा सदन में गूंजती रहेगी।”

रवि किशन ने अपने एक बयान में कहा है कि वह अपने जीवन में आ रहे खतरों से हैरान हैं और सही समय आने पर अपने आलोचकों को इसका जवाब देंगे। रवि किशन ने खुलासा किया कि हाल के दिनों में उनके कई प्रोजेक्ट कैंसिल हो गए हैं।

उन्होंने बताया कि “प्रोजेक्ट्स की तारीखों पर अंतिम मुहर लग चुकी थी लेकिन अचानक ही उन्हें बताया गया कि ये फिल्में अब नहीं बनेंगी। मैंने भी इसके बारे में ज्यादा पूछताछ नहीं की लेकिन यह अजीब है कि एक ही दिन में दो प्रोजेक्ट मेरे हाथ से निकल गए। इनमें से एक वेब सीरीज थी और एक फिल्म।”

हालांकि रवि किशन ने देश की भलाई और युवाओं के भविष्य के लिए आगे भी अपनी आवाज बुलंद रखने की बात कही है।

बता दें कि संसद के मानसून सत्र में सुशांत केस में ड्रग एंगल से जांच को लेकर दिए अपने बयान में रवि किशन ने कहा था कि “भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में ड्रग की लत काफी ज्यादा है। कई लोगों को पकड़ लिया गया है। एनसीबी बहुत अच्छा काम कर रही है। मैं केन्द्र सरकार से अपील करता हूं कि वह इस पर सख्त कार्रवाई करें, दोषियों को जल्द से जल्द पकड़े और उन्हें सजा दे जिससे कि पड़ोसी देशों की साजिश का अंत हो सके।”

रवि किशन के इस बयान पर राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने बिना रवि किशन का नाम लिए उन पर निशाना साधा था। जया बच्चन ने कहा था कि “कुछ लोगों की वजह से पूरी इंडस्ट्री को बदनाम नहीं किया जा सकता। लोकसभा में हमारे एक सदस्य के कल दिए बयान के लिए शर्मिंदा हूं। वह फिल्म इंडस्ट्री से आते हैं और इसी के खिलाफ बोल रहे थे। यह शर्मनाक है।”