बीजेपी सांसद और पूर्व गृह सचिव आर.के सिंह का मानना है कि पाकिस्तान के सैन्य न्यायालय ने कुलभूषण जाधव को भले अब फांसी की सज़ा दी हो, असलियत में जाधव पहले ही मारे जा चुके होंगे। उन्होंने कहा कि ‘पाकिस्तान ने यक़ीनन कुलभूषण का उत्पीड़न करने के बाद उनकी हत्या कर दी होगी और अब अपनी इसी शर्मनाक करतूत को छिपाने के लिए पाक न्यायिक प्रक्रिया की झूठी कहानी रच रहा है। अगर वाकई में ऐसा कुछ नहीं है तो पाकिस्तान को हमें राजनयिक आधार पर भूषण से मिलने देना चाहिए। इससे पहले भारत की तरफ़ से 13 बार दी गई राजनयिक अर्ज़ी को खारिज कर दिया गया’। इसके बावजूद उन्होंने भारत सरकार से दोबारा जल्द से जल्द राजनयिक ताक़त का इस्तेमाल करने की मांग रखी। इतना ही नहीं, आर.के सिंह के मुताबिक पाक कल यह घोषणा भी कर सकता है कि उसने कुलभूषण को फांसी की सज़ा दे दी है।
इससे पहले आज संसद में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाक को यह कह कर चेतावनी दी कि अगर पूर्व भारतीय नौसैनिक को फांसी की सज़ा दी जाती है तो उसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। इस मामले पर मोदी सरकार का पक्ष रखते हुए उन्होंने कहा कि ‘भूषण के खिलाफ़ कुछ भी ग़लत करने के सबूत नहीं हैं, दुनिया में आतंक की प्रयोगशाला के तौर पर पहचान रख रहा देश उन्हें साज़िशन इस मामले में भारत को बदनाम करने के लिए फंसा रहा है।
क्या है कुलभूषण जाधव का मामला ?
पाकिस्तान की सैन्य कोर्ट ने कुलभूषण को देश में जासूसी करने के आरोप में फांसी की सज़ा सुनाई थी। जबकि, भारत का दावा है कि कुलभूषण को ईरान से अगवा किया गया है।
क्या है रक्षा विशेषज्ञों की राय ?
रक्षा जानकारों की राय में कुलभूषण पर चला मुकदमा ग़लत है। यह आर्मी की फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल के ज़रिये चलाया गया, जिसका मतलब यह है कि सैन्य जूरी कानूनी तौर पर प्रशिक्षित नहीं थी। वह स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं थी। वह पूरी तरह पाकिस्तानी सेना के कमांड और कंट्रोल में काम करती है। यह अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन ऑफ सिविल एंड पॉलिटिकल राइट्स के आर्टिकल 14 के विरुद्ध है।
Suspect its a story.No military trial conducted,he has been tortured&murdered. If not then Pak must give us consular access: RK Singh,BJP MP pic.twitter.com/TcQ1V0QZAq
— ANI (@ANI) April 11, 2017