मध्य प्रदेश के भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर कोरोना के खात्मे को लेकर दिए गए अपने बयान से एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं। दरअसल, साध्वी प्रज्ञा ने पहले कहा था कि देश से कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए लोगों को हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। उनके इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें ट्रोल कर दिया। इसी को लेकर अब सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने सफाई जारी की है। उन्होंने कहा है कि जब भी हम संकट में होते हैं तो अपने आराध्य को याद करते हैं। मैंने इतना ही कहा था कि हनुमान चालीसा का पाठ आध्यात्मिक काम है। इसे कर के हम मन और तन की शुद्धि कर सकते हैं और वातावरण को कोरोना मुक्त बना सकते हैं।

प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, “एक अपील है जनसामान्य से- हम अपने आराध्य को संकट के समय याद करते हैं और मैंने वही कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ एक आध्यात्मिक काम है। इसे कर के हम अपने मन और तन की शुद्धि करना चाहते हैं। वातावरण की भी शुद्धि करना चाहते हैं। लॉकडाउन से वातावरण की भी शुद्धि होगी। ये जो हनुमान चालीसा का पाठ करने से आध्यात्मिक पाठ करने से निश्चित रूप से दोनों ही प्रकार के लाभ पा सकते हैं और कोरोना से मुक्ति मिलेगी। ऐसा हम सबका विश्वास है। प्रभु राम जी की कृपा से सब अच्छा होगा।”

पिछले ट्वीट में क्या था प्रज्ञा ठाकुर का दावा?: प्रज्ञा ठाकुर ने शनिवार को ट्वीट कर कहा था, ‘आइए हम सब मिलकर कोरोना महामारी को समाप्त करने व लोगों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए आध्यात्मिक प्रयास करें। 25 जुलाई से 5 अगस्त तक प्रतिदिन शाम 7:00 बजे अपने घरों में हनुमान चालीसा का 5 बार पाठ करें।’

सोशल मीडिया पर हुई थीं ट्रोलः एक सांसद के इस तरह बयान देने पर सोशल मीडिया यूजर्स ने प्रज्ञा पर जमकर निशाना साधा। लोकप्रिय कवि कुमार विश्वास ने इसके जवाब में तंज कसते हुए लिखा कि मैंने तो सदा ही कहा है कि हमारे टैक्स से पल रही निर्वाचित-सरकारों से उम्मीद लगाना बेमानी है।