BJP MLA Raja Singh on Vavar Mosque: भाजपा नेता राजा सिंह ने केरल के सबरीमाला मंदिर में जाने वाले भगवान अय्यप्पा के भक्तों से अपील की है कि वे तीर्थयात्रा के दौरान मस्जिदों में न जाएं। राजा सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि श्रद्धालुओं को ‘अय्यप्पा दीक्षा’ के नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए और अगर वे मस्जिद (वावर) में जाएंगे तो वे अशुद्ध हो जाएंगे।

हैदराबाद की गोशामहल सीट से विधायक राजा सिंह ने कहा कि यह एक साजिश है कि श्रद्धालुओं को मस्जिद में जाने के लिए मजबूर किया जाता है। उन्होंने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया कि वे केरल सरकार को पत्र लिखकर श्रद्धालुओं के रहने के लिए 10 एकड़ जमीन की मांग करें।

विधायक राजा सिंह अपने बयानों के लिए काफी चर्चित रहे हैं। राजा सिंह ने 31 दिसंबर को हिंदुओं को नए साल के जश्न में हिस्सा न लेने की सलाह दी थी और इसे पश्चिमी और ईसाई परंपराओं से जुड़ा हुआ बताया था। उन्होंने दावा किया था कि 1 जनवरी को नए साल के रूप में मनाना “पश्चिमी साजिश” का हिस्सा है।

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वावर मस्जिद क्यों जाते हैं अय्यप्पा के भक्त?

सबरीमाला से 40 किलोमीटर दूर एरुमेली के बीच में निनार मस्जिद है, जिसे वावर मस्जिद के नाम से जाना जाता है। यहां की अनूठी परंपरा है कि अय्यप्पा के भक्त सबरीमाला मंदिर की यात्रा शुरू करने से पहले यहां पूजा-अर्चना करते हैं। केरल में वावर मस्जिद हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सद्भाव का प्रतीक है।

पुरानी कथाओं के अनुसार, मदुरै के पास पांड्या देशम के रहने वाले वावर त्रावणकोर चले गए थे, जहां उनकी मुलाकात अय्यप्पा से हुई और उनके बीच गहरी दोस्ती हो गई। वावर भगवान अय्यप्पा के लिए समर्पित हो गए और युद्धों में उनका साथ दिया। वावर उनके भक्त बन गए और अब उन्हें वावर स्वामी के नाम से जाना जाता है। उनकी वीरता और दोस्ती की कहानियां लंबे वक्त से सुनी जाती रही हैं।

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ऐसा माना जाता है कि भगवान अय्यप्पा पंडालम के राजा के सपने में आये और उन्हें वावर के लिए एक मस्जिद बनाने को कहा।

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