वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने गुरुवार को भाजपा के पदाधिकारियों के साथ बजट पूर्व बैठक की। इस बैठक में भाजपा नेताओं ने वित्त मंत्री से आग्रह किया गया कि वे बाजार में तरलता बढ़ाने के लिए कदम उठाए। इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के लिए टैक्स में छूट और सिंचाई परियोजनाओं पर विशेष योजनाएं बनाए। सूत्रों ने बताया कि पार्टी नेताओं ने सरकार को यह भी सलाह दी कि कालाधन का खुलासा करने वालों को कुछ प्रोत्साहन दी जानी चाहिए। इससे बाजार में डर और झिझक दूर होगी।
वित्त मंत्री पार्टी नेताओँ से सलाह लेने के लिए चार चार राउंड ‘प्री-बजट’ बैठक कर चुकी हैं। एक सूत्र ने बताया, “एक सुझाव दिया गया कि सरकार को बाजार में अधिक पूंजी पहुंचाने के लिए कुछ जरूरी उपाय करने चाहिए। क्योंकि कई लोग काफी ज्यादा निगरानी की वजह से अपने पैसे नहीं निकाल रहे हैं। नेताओं ने कहा कि बजट के माध्यम से उन डरों को दूर किया जा सकता है। इससे बाजार में कैश फ्लो बढ़ेगा।”
नेताओं ने यह भी कहा कि ‘कई सारे प्रतिबंधों को लेकर भी डर है’, जिसने निवेश के साथ-साथ मुद्रा का प्रवाह रोक रखा है। सूत्र ने आगे बताया, “बैठक में शामिल हुए लोगों ने कहा कि लोग कालेधन का खुलासा नहीं कर रहे हैं क्योंकि इसके लिए ज्यादा प्रोत्साहन नहीं दिया जा रहा है। यदि सरकार कुछ प्रोत्साहन की घोषणा करती है तो काफी ज्यादा इसका खुलासा होगा।” कुछ लोगों का कहना था कि वर्तमान माहौल में लोगों ने नकद लेनदेन को कम कर दिया है और डिजिटल लेनदेन ने उतना नहीं हो रहा है, जितना होने की उम्मीद थी।
अर्थव्यवस्था को लेकर नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार को काफी ज्यादा आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। लगातार कम होती आर्थिक वृद्धि दर और बढ़ती बेरोजगारी ने हालात को और खराब कर दिया है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि मोदी सरकार दूसरी बार भारी बहुमत के साथ लौटी है। ऐसे में लोगों को इस पूर्ण बजट से काफी उम्मीदें हैं। पार्टी नेता ने विश्वास के साथ के साथ कहा कि 1 फरवरी को पेश होने वाला बजट ‘आम लोगों के हित’ में होगा।