बीजेपी के फायरब्रांड नेता डॉ सुब्रमण्यम स्वामी आये दिन अपने ट्वीट को लेकर चर्चा में रहते हैं। उनके ट्वीट पर अक्सर हंगामा होता रहता है। कभी कभी तो स्वामी ट्विटर के जरिए अपनी ही पार्टी के क्रियाकलाप पर सवाल उठा देते हैं। स्वामी ने शुक्रवार को अपने ट्विटर अकाउंट से कांग्रेस के ऊपर हमला बोलते हुए कहा कि अगर आपातकाल के समय कांग्रेस के इंदिरा के खिलाफ कुछ बोलते तो इंदिरा उनको चंद्रशेखर की तरह जेल भिजवा देतीं। इसलिए कांग्रेसियों ने उस दौरान कुछ भी नहीं बोला।
दरअसल सुब्रमण्यम स्वामी ने कांग्रेस के लोगों को आपतकाल की याद दिलाते हुए एक ट्वीट किया। ट्वीट में उन्होंने लिखा कि जब आपतकाल के बाद देश में जनता पार्टी की सरकार बनी तो तब मैंने कांग्रेस के एक पूर्व मंत्री से पूछा कि आप लोगों ने इमरजेंसी के समय कुछ क्यों नहीं बोला। इसपर कांग्रेस के मंत्री उनको जवाब देते हुए कहा कि मुझे लगता था कि इंदिरा कभी चुनाव नहीं हारेंगी इसलिए उनके खिलाफ बोलने का मतलब था चंद्रशेखर की तरह जेल जाना। इस वाकये को ट्वीट करते हुए स्वामी ने आगे लिखा कि कांग्रेस के लोगों कम से कम अब तो बोलो।
ज्ञात हो कि 25 जून 1975 को देश में आपातकाल की घोषणा की गयी थी। आपातकाल लागू होने के साथ ही लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार छीन लिए गए थे। मौजूदा इंदिरा गाँधी सरकार का विरोध करने वाले लोगों को जेल में डाल दिया गया था। विरोध करने वाले नेताओं में सुब्रमण्यम स्वामी भी शामिल थे। बाद में 21 मार्च 1977 को देश से आपातकाल हटा लिया गया था। आपातकाल के दौरान तब की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने स्वामी की गिरफ़्तारी के लिए पूरे देश की पुलिस लगा दी थी. हालाँकि स्वामी नेपाल के रास्ते चुपके से अमेरिका निकल गए थे।
इंदिरा गांधी के अलावा स्वामी गाँधी परिवार के मुखर आलोचक रहे हैं। आये दिन वे गाँधी परिवार पर हमला बोलते हुए कुछ ना कुछ ट्वीट करते रहते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गाँधी के बारे में कहा था कि वे एक ब्रिटिश नागरिक हैं। इसके अलावा स्वामी ने एक बार कहा था कि मुझे लगता है कि राजीव गाँधी की हत्या से सबसे ज्यादा फायदा उनकी पत्नी सोनिया गाँधी को हुआ था। हालाँकि सुब्रमण्यम स्वामी राजीव गाँधी के सबसे करीबी मित्रों में शामिल थे और वे उनके साथ घंटों वक्त बिताया करते थे।