असम में टू चाइल्ड पॉलिसी को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रमुख व सांसद बदरूद्दीन अजमल के बयान पर भाजपा नेता सुब्रह्मणयम स्वामी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
एक न्यूज चैनल से बातचीत में स्वामी ने कहा कि अजमल पहले यह बताए कि क्या उनकी पत्नी या पत्नियां 7-8 बच्चे पैदा करने के लिए राजी हैं? आखिरकार उनकी राय भी मायने रखती है। महिलाएं ही बच्चों को जन्म देती हैं, उन्हें 9 महीने तक पीड़ा और मुश्किल स्थिति से गुजरना पड़ता है। ऐसे में उन्हें अपनी की अनुमति लेनी चाहिए। मालूम हो कि बदरुद्दीन अजमल ने रविवार को असम सरकार की दो बच्चो को लेकर बनाई गई नीति पर सवाल उठाया।
मालूम हो कि असम सरकार ने यह फैसला लिया था कि दो बच्चों से अधिक वालों को सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल की कैबिनेट की तरफ से लिए इस फैसले के अनुसार 1 जनवरी साल 2021 से दो बच्चों से अधिक वाले सरकारी नौकरी के लिए पात्र नहीं होंगे। इस फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अजमल ने कहा था कि इस्लाम सिर्फ दो बच्चे पैदा करने में विश्वास नहीं रखता है। जिन लोगों को इस दुनिया में आना है उन्हें कोई रोक नहीं सकता है।
#Breaking | @BJP4India slams AIUDF chief Badruddin Ajmal.
‘Is he (Badruddin Ajmal) agreeing that his wife/wives are for producing 7-8 children?’, asks Rajya Sabha MP @Swamy39.
TIMES NOW’s Mohit Bhatt with more details. Listen in. pic.twitter.com/02zC4YxCpX
— TIMES NOW (@TimesNow) October 28, 2019
अजमल ने आगे कहा था कि हमारे ऊपर कोई पाबंदी नहीं है। सरकार वैसे भी हमें नौकरी नहीं दे रही है और हमें सरकार से कोई उम्मीद भी नहीं है। उन्होंने आगे कहा था कि मैं तो कहूंगा कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा किए जाएं और उन्हें तालीम दी जाए जिससे वह खुद तरक्की कर सकें और हिंदुओं को भी नौकरी दे सकें। बदरुद्दीन की तरफ से शनिवार को भी इस मुद्दे पर टिप्पणी की गई थी। उन्होंने गुवाहाटी में कहा था कि मुस्लिम बच्चे पैदा करते रहेंगे वे किसी की नहीं सुनेंगे।