चीनी राजदूत से मुलाकात पर राहुल गांधी की सफाई के बावजूद विवाद थम नहीं रहा है। राहुल पर बयानों के तीर छोड़े हैं बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने। कैलाश विजयवर्गीय ने चीनी राजदूत से मुलाकात को संदेश के घेरे में रखा है और राहुल गांधी से कई सवाल किये हैं। कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर लिखा है कि, ‘पहले 19 अक्टूबर 2016, फिर 20 जनवरी 2017 और अब फिर आखिर काँग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को गुपचुप तरीके से चीनी दूतावास जाने की क्या आवश्यकता पड़ती है?’ पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा है कि, ‘पर्दे के पीछे कौन सी खिचड़ी पका रहे हैं राहुल गांधी? इन मुलाक़ातों से राष्ट्र की सुरक्षा को कोई गंभीर खतरा तो उत्पन्न नही होने वाला?’ अपने आखिरी ट्वीट में कैलाश विजयवर्गीय लिखते हैं कि, ‘आखिर राहुल गांधी की चीन दूतावास से इन मुलाकातों का मकसद क्या है? देश जवाब माँग रहा है, और कांग्रेस को देश को सच बताना ही चाहिये।’

इधर बीजेपी के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडु ने कहा है कि यदि कांग्रेस का एक नेता चीनी राजदूत से मिलता है तो इसमें रहस्य क्या है? कांग्रेस पहले इसे छुपा क्यों रही थी और फिर बाद में सफाई देते फिर रही है। बता दें कि कांग्रेस ने पहले इस मुलाकात से इनकार किया था, बाद में फिर पार्टी नेता ने रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी ने चीनी राजदूत से मुलाकात की है, उन्होंने कहा कि राहुल ने ना सिर्फ चीनी राजदूत बल्कि भूटान के राजदूत और पूर्व सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन से भी है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि इस मुद्दे को सनसनीखेज बनाने की जरूरत नहीं है।