रेल मंत्री सुरेश प्रभु को बुधवार को कुछ सांसदों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। इन सांसदों में से एक उन्हीं की पार्टी भाजपा के थे। कैराना से हिन्दुओं के पलायन का मुद्दा उठाने वाले बीजेपी MP हुकुम सिंह समेत इन सांसदों ने नई ट्रेनों व गेज कन्वर्जन का वादा पूरा ना करने की शिकायत की। लोकसभा में भाजपा सांसद ने रेल मंत्री से दिल्ली और शामली के बीच शटल ट्रेन के बारे में सवाल किया। हुकुम सिंह ने कहा, “माननीय रेल मंत्री वहां गए थे। खुद मैने और लोगों ने उनका स्वागत किया था। मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन की रवानगी की थी, लेकिन यह ट्रेन कभी वापस नहीं आई।” हालांकि रेल मंत्री ने भी सांसद के सवाल का तीखा जवाब दिया।

रेलमंत्री ने कहा कि सभी 542 सांसदों को उनके संसदीय क्षेत्र से संबंधित ट्रेन के बारे में तत्काल जवाब देना तो संभव नहीं है, लेकिन मंत्रालय से जानकारी मिलते ही वो सभी सांसदों को अलग-अलग भेज देंगे। हालांकि हुकुम सिंह के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “लेकिन मैं हुकुम सिंह जी को सुनिश्चित करना चाहता हूं कि उन्होंने जिस झंडे को देखा था (शामली में मुझे फहराते हुए) वह सिर्फ हरा था।”

पिछले वित्त वर्ष में साढ़े तीन लाख शिकायतें मिली
रेलवे को पिछले वित्त वर्ष 2016 -17 के दौरान दिव्यांग यात्रियों सहित अन्य लोगों से लगभग साढ़े तीन लाख शिकायतें मिली हैं। लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि दिव्यांगों सहित अन्य यात्रियों से रेलवे को वित्त वर्ष 2016 -17 के दौरान कुल 3,47,300 शिकायतें मिली। उन्होंने कहा कि ये शिकायतें केंद्रीय लोक शिकायत निवारण एवं निगरानी प्रणाली (सीपीजीआरएएमएस) वेब पोर्टल, शिकायत प्रबंधन प्रणाली पोर्टल और सोशल मीडिया आदि के माध्यम से मिली। हालांकि, मंत्री ने कहा कि विशेष रूप से सक्षम लोगों के अनुरोधों या शिकायतों के बारे में कोई अलग आंकड़ा नहीं रखा जाता है।