भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश ईकाई ने आज फिर कांग्रेस के जयराम रमेश की ओर से धौलपुर पैलेस के स्वामित्व को लेकर लगाये गये आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह आरोप बेबुनियाद है और धौलपुर पैलेस पर राजे और उनके परिजनों का मालिकाना हक है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने शासन सचिवालय के प्रेस कक्ष में आज संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस द्वारा धौलपुर पैलेस को लेकर लगाये जा रहे आरोप में कोई दम नहीं है। उन्होंने कहा कि हेमन्त सिंह ने 22 नवम्बर 1958 को केसर बाग सरकार को दे दिया था और धौलपुर सिटी पैलेस अपने पास रखा जिसे बाद में दुष्यंत सिंह को कानूनी रूप से हस्तांतरित कर दिया।

परनामी ने कहा कि कांग्रेस निरंतर बेबुनियाद आरोप लगा रही है क्योंकि उनके पास कोई काम नहीं बचा है। इस तरह के तथ्यहीन आरोप लगाने से पहले जयराम रमेश अपनी गिरेबान में झांक कर देखें।

उन्होंने जयराम रमेश को चुनौती देते हुए कहा कि वे जिन दस्तावेजों के आधार पर बेबुनियाद आरोप लगा रहें हैं, उनको प्रमाणित करके बतायें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस गलत तथ्य पेश कर मीडिया के माध्यम से देश को भ्रमित कर रही है जो उचित नहीं है।

इस मौके पर मौजूद राज्य के संसदीय कार्यमंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के जयराम रमेश तथाकथित स्वयं को बुद्धिजीवी समझते हैं लेकिन वह बेबुनियाद आरोप लगाकर मात्र चाय के प्याले में तूफान खड़ा करने का प्रयास कर रहें है। यह किसी तरह स्वीकार्य नहीं है।

उन्होंने कहा कि जिस ढंग से जयराम रमेश बेबुनियाद आरोप लगा रहें हैं, वे व्यक्तिगत रूप से मानहानिकारक कृत्य है। संवाददाता सम्मेलन में एक इलेक्ट्रौनिक चैनल के संवाददाता के साथ तीखी तकरार भी हुई।